
एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में मुंबई पुलिस ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस रखी। इस दौरान कमिश्नर ऑफ पुलिस परमजीत सिंह दाहिया ने बताया की उन्होंने जिस आरोपी को पकड़ा है, वो बिलकुल सही है। आरोपी शरीफुल के खिलाफ उनके पास कई सबूत है। हालांकि रिपोर्ट में ये दावा किया जा रहा है कि फिंगरप्रिंट्स आरोपी से मैच नहीं हो रहे हैं। लेकिन जांच अभी तक जारी है और पुलिस किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाई है। बता दे कि 15 जनवरी देर रात सैफ अली खान पर चाक़ू से हमला हुआ था। इस दौरान उन्हें कई चोटें आई। इसके बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल में उनका इलाज चला।
पुलिस ने किए कई बड़े खुलासे
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुंबई पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए। इनमे केस को लेकर कई अहम बातें, कड़ियां और तथ्य शामिल है –
- ‘हमले की जानकारी सैफ ने नहीं, बल्कि अस्पताल ने दी थी।’
- फिंगरप्रिंट रिपोर्ट अब तक पुलिस को नहीं मिली है, लेकिन सैंपल CID को सौंपे गए हैं।
- आरोपी शरीफुल के जिन लोगों के संपर्क में था, उनकी पूछताछ की जा रही है।
- गलत व्यक्ति की गिरफ्तारी पर पुलिस ने कहा कि शरीफुल ही आरोपी है, और उसकी गिरफ्तारी फिजिकल, टेक्निकल और ओरल एविडेंस के आधार पर हुई है।
- सैफ अली खान 4:11 बजे नहीं, बल्कि रात 3 बजे अस्पताल पहुंचे थे, जो लीलावती अस्पताल के सीसीटीवी से पुष्टि हुई है।
- आरोपी शरीफुल बांग्लादेश का निवासी है और मुंबई आने से पहले कोलकाता में भी रहा है, जहां वेस्ट बंगाल में एक टीम जांच कर रही है। पहले यह खबर आई थी कि पुलिस को शक था कि हमले में एक से ज्यादा आरोपी शामिल हो सकते हैं।
पश्चिम बंगाल से हुई महिला की गिरफ्तारी
सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर पुलिस जांच में जुटी है। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले से एक महिला को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी शरीफुल द्वारा इस्तेमाल किया गया सिम इस महिला के नाम पर है। दरअसल ये महिला शरीफुल के साथ संपर्क में तब आई थी जब उसने अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था।
क्या है पूरा मामला?
16 जनवरी की रात सैफ अली खान पर हमला हुआ था। इस मामले में 5-6 दिनों बाद आरोपी शरीफुल को गिरफ्तार किया गया। 22 जनवरी को मुंबई पुलिस ने घटनास्थल से मिले फिंगरप्रिंट सैंपल को CID की लैब में जांच के लिए भेजा। लेकिन एक भी सैंपल आरोपी से मैच नहीं हुए। पुलिस को संदेह है कि इस हमले में एक से अधिक आरोपी शामिल हो सकते हैं। इसी कड़ी में 25 जनवरी को पुलिस ने सैफ के हमले के वक्त पहने गए कपड़े भी जब्त किए। अब फोरेंसिक टीम आरोपी और सैफ के कपड़ों से मिले ब्लड सैंपल की जांच कर रही है।