
छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में अब तक 6 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, जबकि 2 जवान घायल हुए हैं। तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के हजारों जवान इस ऑपरेशन में शामिल हैं। कर्रेगट्टा, नडपल्ली और पुजारी कांकेर की पहाड़ियों में हिड़मा, दामोदर और देवा जैसे बड़े नक्सली नेताओं को उनकी बटालियन समेत घेरा गया है। यहां करीब 300 से ज्यादा नक्सलियों के छिपे होने की आशंका है।
हेलीकॉप्टर से भेजा गया राशन, ड्रोन से निगरानी
सुरक्षाबलों को पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में ऑपरेशन के लिए हेलीकॉप्टर से राशन और जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है। इलाके में 2 से 3 हेलीकॉप्टर लगातार चक्कर लगा रहे हैं, वहीं दर्जनों ड्रोन से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इन पहाड़ियों में कई स्थान ऐसे हैं जहां नक्सलियों ने बंकर बनाकर छिपने की व्यवस्था कर रखी है।
2026 तक नक्सलवाद का सफाया करने का लक्ष्य
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशभर से नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक खत्म करने की घोषणा की है। इसी के तहत अब सुरक्षाबलों को फ्री हैंड दे दिया गया है और वे फुल एक्शन मोड में हैं। अगर यह ऑपरेशन सफल होता है, तो यह नक्सलवाद पर निर्णायक प्रहार साबित हो सकता है।
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