प्रीति जैन- शहर में साइकलिंग का ट्रेंड लगातार बढ़ रहा है और लोग एक-दूसरे को देखकर प्रेरित होते हुए इससे जुड़ रहे हैं। कोई अपने दफ्तर जाने से पहले रोज सुबह साइकलिंग करने जाता है तो कोई रिटायरमेंट के बाद लगातार 10 साल से साइकलिंग कर रहा है। सभी के साइकलिंग करने के अपनेअ पने कारण हैं, लेकिन कॉमन फैक्टर फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटल और इमोशनल हेल्थ व नए-नए दोस्तों के साथ जुड़कर एक पॉजिटिव एनवायरनमेंट क्रिएट करना है। जीपीबीआरए ग्रुप के सचिव एसएन सिंह ने बताया कि हम अरेरा पेट्रोल पंप से हर दिन साइकलिंग शुरू करते हैं। कभी 30 तो कभी 80 तक मेंबर आ जाते हैं और फिर 25 से 300 किमी तक भी साइकलिंग हो जाती है। भोपाल में हमारे मेंबर्स की संख्या 1000 तक पहुंच गई है।
कपल राइड के लिए फेमस हैं हम, 1.50 लाख किमी कर चुका हूं साइकलिंग
मेरी शहर की पहली टेंडेम साइकिल है, जो कि कपल राइड के लिए जानी जाती है। मेरी पत्नी सोनिया, बेटा कौस्तव और रैनव इस पर साइकलिंग करते हैं। किसी दिन पत्नी के साथ तो किसी दिन बेटे के साथ साइकलिंग करता हूं। मैं पिछले 12 सालों से रेगुलर साइकलिंग कर रहा हूं और अभी तक लगभग 1.50 लाख किमी साइकलिंग कर चुका हूं। हम महीने में कभी कठौतिया, सीहोर, झिरी, अमझरा, रायसेन, छींद हनुमानजी, इंदौर, उज्जैन तक साइकलिंग करके आते हैं। मुझे लगता है कि मेरे जीवन के शानदार दिन साइकलिंग करते हुए गुजरते हैं और यह मुझे मेंटली बहुत रिलेक्स रखती है। – संकल्प भटनागर, साइकलिस्ट
10 साल में बनें 300 नए दोस्त
बैंक से रिटायरमेंट के बाद मैं सोच रहा था कि अब क्या करूंगा, लेकिन फिर ग्रीन प्लेनेट बाइसिकल राइडर्स एसोसिएशन से जुड़ा तो मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा समय पिछले 10 साल से चल रहा है, क्योंकि मैं 70 साल का होने जा रहा हूं और पूरी तरह से फिट हूं। ग्रुप के साथ एक बार में 25 से 30 किमी तक साइकलिंग करता हूं। मेरे पास एडवांस साइकिल हैं, जिससे में टफ ट्रैक पर भी जा पाता हूं। साइकलिंग की वजह से 300 नए दोस्त मिले। मेरा पूरा दिन पहले से कहीं ज्यादा सकारात्मक रहता है। – ओपी कैठल, साइकलिस्ट