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भोपाल केंद्रीय जेल पहुंची ED की टीम, सौरभ शर्मा और शरद-चेतन से कर रही पूछताछ, सामने आ सकता है बड़ा सच

भोपाल। केंद्रीय जेल में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने बुधवार को आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतन गौड़ से पूछताछ शुरू की। ईडी के 5 अधिकारी सुबह 11 बजे जेल में पूछताछ के लिए पहुंचे हैं। यह पूछताछ 19 दिसंबर को एक कार में मिले 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए नकदी के मामले को लेकर हो रही है।

17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में तीनों

मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उनके साथियों को लोकायुक्त ने इस मामले में पहले गिरफ्तार किया था। पूछताछ और मेडिकल जांच के बाद मंगलवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 17 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। लोकायुक्त ने कहा कि उनकी पूछताछ पूरी हो चुकी है, लेकिन जरूरत पड़ने पर वे दोबारा पूछताछ करेंगे।

ईडी को मिली जेल में पूछताछ की इजाजत

मंगलवार को ईडी ने कोर्ट में तीनों आरोपियों से पूछताछ की अनुमति मांगी थी। कोर्ट ने लंच के बाद सुनवाई करते हुए ईडी को जेल में पूछताछ करने की इजाजत दे दी। ईडी अधिकारियों के अनुसार, यह जांच मामले को एक नए मोड़ पर ले जा सकती है।

सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतन गौड़ को 19 दिसंबर को एक कार में 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए नकदी के साथ पकड़ा गया था। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह सोना और नकदी किसकी है। ईडी अब इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।

कोर्ट ने पहले दी थी 6 दिन की रिमांड

सौरभ और चेतन को 28 जनवरी को लोकायुक्त ने कोर्ट में पेश कर छह दिन की रिमांड पर लिया था जबकि 29 जनवरी को शरद को पांच दिन की रिमांड दी गई थी। आगे लोकायुक्त मेमोरेंडम में सौरभ के अन्य कर्मचारी, रिश्तेदार और करीबी परिचितों को भी आरोपी बनाया जा सकता है।

41 दिन बाद सौरभ शर्मा गिरफ्तार

लोकायुक्त, ईडी और आईटी की टीमें 41 दिन से उसकी तलाश में थी। तीनों की एजेंसियों को चकमा देकर सोमवार (27 जनवरी) को सौरभ अपने वकील के साथ भोपाल में लोकायुक्त की विशेष अदालत में सरेंडर करने पहुंच गया। हालांकि, न्यायाधीश रामप्रताप मिश्रा की बेंच ने लोकायुक्त से केस डायरी मांगी और सौरभ को मंगलवार 11 बजे हाजिर होने के आदेश दिए।

सौरभ ने लगाई थी याचिका

बता दें ​कि सौरभ शर्मा ने भोपाल जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया था। याचिका खारिज के बाद सौरभ सरेंडर करेगा इसकी संभावनाएं बढ़ गई थी। इधर, सौरभ शर्मा की संपत्तियों को लेकर आयकर विभाग और ईडी ने भी जांच शुरू कर दी है।

लावारिस मिली थी सोने से लदी कार

राजधानी भोपाल में 19 दिसंबर को एक लावारिस गाड़ी से भारी मात्रा में सोना और नकदी बरामद होने से हड़कंप मच गया था। मेंडोरी गांव के कुछ स्थानीय निवासियों ने पुलिस को खाली प्लॉट में खड़ी एक लावारिस क्रिस्टा गाड़ी के बारे में जानकारी दी। गाड़ी में 6 से 7 बैग रखे हुए थे, जिन्हें खोलने पर आयकर विभाग (IT) को सूचना दी गई। IT टीम ने कार्रवाई करते हुए गाड़ी का कांच तोड़ा और बैगों को बाहर निकाला। इन बैगों में 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए नकद मिले।

27 दिसंबर को ईडी ने सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल, रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापे मारे थे। सौरभ के परिजन और दोस्तों के खातों में 4 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस मिला। इसके अलावा 23 करोड़ की संपत्ति भी जांच के दायरे में ED ने ली थी। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर में की गई जांच में 6 करोड़ रुपए की FD की जानकारी भी ईडी के हाथ लगी है। फर्मों और कंपनियों के जरिए किए गए निवेश का खुलासा हुआ है।

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