
भोपाल/ग्वालियर। शुक्रवार को आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर स्थित ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई चली। ईडी ने अलग-अलग टीमों के साथ ग्वालियर, भोपाल और जबलपुर में एक साथ छापेमारी की। बताया जा रहा है कि कार्रवाई में ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य सबूत हाथ लगे हैं।
ग्वालियर में 14 घंटे चली कार्रवाई
ग्वालियर के विनय नगर सेक्टर-2 में स्थित सौरभ शर्मा के घर पर ईडी की टीम सुबह 5:30 बजे पहुंची। टीम में तीन अधिकारी और सीआरपीएफ के पांच जवान शामिल थे। घर की तलाशी के दौरान कई घंटों तक सघन जांच की गई। ईडी की टीम शाम 7:35 बजे घर से बाहर निकली और तीन बैग भी साथ लेकर गई। सूत्रों के अनुसार, इन बैगों में महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य सामान शामिल हो सकते हैं। यहां कार्रवाई करने के लिए ईडी की टीम चेतन गौर और एक नकाबपोश महिला के साथ पहुंची थी।
भोपाल के अंडर कंस्ट्रक्शन बंगले पर भी रेड
भोपाल के ई-7 इलाके में स्थित सौरभ के बंगले पर भी ईडी की कार्रवाई हुई। करीब 8 घंटे चली तलाशी के बाद अधिकारी शाम 5:30 बजे बंगले से बाहर निकले। यह बंगला अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है, लेकिन ईडी ने सभी कमरों की गहन जांच की। हालांकि, अब तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि बंगले में क्या मिला।
जबलपुर में भी सर्च ऑपरेशन
जबलपुर में भी सौरभ शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की गई। ईडी ने इन ठिकानों से क्या बरामद किया, इसकी जानकारी फिलहाल गोपनीय रखी गई है।
19 दिसंबर को हुई थी लोकायुक्त की कार्रवाई
यह मामला तब सामने आया जब 19 दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर पर छापा मारा था। उस दौरान 2.95 करोड़ रुपए नकद, दो क्विंटल वजनी चांदी की सिल्लियां, सोने-चांदी के आभूषण और कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए थे। इसके अलावा, मेंडोरी के जंगल से सौरभ के दोस्त चेतन सिंह की कार से 54 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए नकद भी मिले थे।
अग्रिम जमानत याचिका खारिज
सौरभ शर्मा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए भोपाल जिला अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। यह जमानत याचिका उनके वकील द्वारा दायर की गई थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया।