राष्ट्रीय

लखनऊ समेत UP के कई जिलों में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.2 तीव्रता मापी गई

उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने इस बारे में जानकारी दी है। बता दें कि भूकंप देर रात 1 बजकर 12 मिनट पर आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.2 मापी गई है। भूकंप का केंद्र लखनऊ से 139 किमी दूर उत्तर-उत्तरपूर्व में 82 किमी की गहराई में रहा।

इन जगहों में भी महसूस हुए भूकंप के झटके

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, लखनऊ के आसपास लखीमपुर खीरी के अलावा कई जिलों में महसूस किया गया है। मुरादाबाद और नोएडा में भी लोगों ने भूकंप का हल्का झटका महसूस किया है। मुरादाबाद में देर रात करीब 1 बजकर 30 मिनट के आसपास भूकंप का झटका महसूस हुआ है। बताया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश और दिल्ली के अन्य जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, भूकंप का असर चीन के कुछ हिस्सों में भी महसूस किया गया है। फिलहाल, भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।

आखिर क्यों आते हैं भूकंप?

भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।

ये भी पढ़ें- फिलीपींस में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.2 रही तीव्रता

कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।

किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है

• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में फाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.1 रही तीव्रता

अन्य राष्ट्रीय खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button