
जबलपुर। मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में रविवार सुबह 11 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। पचमढ़ी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। वहीं जबलपुर के कुंडम, पनागर, चंदिया, शाहपुरा भूकंप प्रभावित क्षेत्र रहे। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.6 रही। मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार, उमरिया में भी भूकंप से प्रभावित क्षेत्र रहा। भूकंप के झटकों से आसपास के इलाकों में भी दहशत फैल गई। फिलहाल, किसी भी तरह के नुकसान और जनहानि की खबर सामने नहीं आई है।
भूंकप का केंद्र पचमढ़ी से 218 किमी उत्तर-पूर्व में था
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूंकप 11 बजकर 36 सेकेंड पर आया। इसका केंद्र पचमढ़ी से 218 किमी उत्तर-पूर्व में था। यह केंद्र जमीन के अंदर 23 किमी की गहराई पर था। जानकारों का कहना है कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है। इससे कोई बड़ा नुकसान होने की आशंका नहीं रहती, हालांकि, खिड़कियों के कांच आदि जरूर टूट सकते हैं और दीवारों से फ्रेम गिर सकते हैं।
Earthquake of Magnitude:3.6, Occurred on 02-04-2023, 11:00:36 IST, Lat: 23.22 & Long: 80.40, Depth: 23 Km ,Location: 218km ENE of Pachmarhi, Madhya Pradesh, India for more information Download the BhooKamp App https://t.co/wMiNk2v1kL @ndmaindia Indiametdept @Dr_Mishra1966 pic.twitter.com/GCq1mNfCN3
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) April 2, 2023
आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?
भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।