
पेट्रोल-डीजल के बाद अब बिजली महंगी हो गई है। मध्यप्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को झटका लगने वाला है। मप्र नियामक आयोग ने बिजली की दरों में 2.64% की बढ़ोतरी करने का आदेश दिया है। नई दरें 8 अप्रैल से लागू होंगी।
बिजली की दरें बढ़ी
जानकारी के मुताबिक, बिजली वितरण कंपनियों ने बिजली दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को भेजा था। कंपनियों ने 8.7% वृद्धि करने की मांग की थी। आयोग ने 2.64% की वृद्धि की है।
घरेलू बिजली सबसे महंगी
नए टैरिफ में घरेलू बिजली की दरें सबसे अधिक बढ़ाई गई हैं। 50 यूनिट तक 3.2 प्रतिशत तो 100 यूनिट तक बिजली की खपत करने वालों की बिजली दरों में 3.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
ऐसे बढ़ा आम उपभोक्ताओं पर भार
खपत यूनिट में | मौजूदा दर पर बिल | नई दर पर बिल | बढ़ोतरी |
50 | 292 रुपये | 301 रुपये | 3.2% |
100 | 616 रुपये | 639 रुपये | 3.7% |
200 | 1494 रुपये | 1545 रुपये | 3.5% |
300 | 2367 रुपये | 2441 रुपये | 3.2% |
ग्रीन एनर्जी टैरिफ लागू
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि पहली बार ग्रीन एनर्जी टैरिफ लागू किया गया है। निम्न दाब औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ताओं, रेलवे स्टेशन, ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन एवं लाइट व्हीकल 2.2 (गैर घरेलू) श्रेणी की दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। निम्न दाब उपभोक्ताओं के बिल में मात्र 5 पैसे से लेकर 12 पैसे तक की वृद्धि की गई है।
उपभोक्ताओं को 22,500 करोड़ की सब्सिडी
ऊर्जा मंत्री मंत्री ने बताया कि सरकार वर्ष 2022-23 में 22 हजार 500 करोड़ रुपये की सब्सिडी बिजली उपभोक्ताओं को देगी। इसके साथ ही कृषि उपभोक्ताओं के बिल का 93% सरकार भुगतान करेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के बिलों का भुगतान भी सरकार करेंगी। यह राशि 6400 करोड़ रुपये है।
उद्योगों की बिजली दरें
11 केवी सप्लाई वाले उच्च दाब उपभोक्ता | ||
रुपये प्रति यूनिट | फिक्स चार्ज | ये बढ़ा |
7.20 रुपये | 372 रुपये प्रति केवीए | 10 पैसे प्रति यूनिट और 25 रुपये प्रति केवीए फिक्स चार्ज |
33 केवीए की सप्लाई वाले उच्च दाब उपभोक्ता | ||
रुपये प्रति यूनिट | फिक्स चार्ज | ये बढ़ा |
7.16 रुपये | 597 रुपये प्रति केवीए | 11 पैसे प्रति यूनिट और 27 रुपये प्रति केवीए फिक्स चार्ज |
ये छूट जारी रहेगी
- उपभोक्ताओं को मीटर रेंट और मीटर चार्ज नहीं लगेगा।
- घरेलू उपभोक्ताओं को पहले की तरह ऑनलाइन भुगतान पर 0.5% की छूट मिलती रहेगी।
- रेलवे को दी जा रही बिजली की दरों और केप्टिव पावर संयंत्र वाले उपभोक्ताओं की दरों में बदलाव नहीं किया है।
- निम्न दाब औद्योगिक जैसे आटा चक्की, कूलर-पंखा, वेल्डिंग आदि छोटे उद्योग और दुकानों की बिजली की दरों को यथावत रखा है।
- प्रीपेड मीटरिंग, अग्रिम भुगतान, त्वरित भुगतानों, ऑनलाइन भुगतान और टाइम ऑफ डे पर दी जा रही छूट जारी रहेगी।
- ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
1 करोड़ उपभोक्ताओं पर आएगा अतिरिक्त भार
प्रदेश में एक करोड़ 70 लाख उपभोक्ता हैं। इसमें से 1 करोड़ 20 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं। अटल गृह ज्योति योजना में 150 यूनिट तक की मासिक खपत वाले लगभग 1 करोड़ घरेलू उपभोक्ता हैं, जिन पर अधिकतम 4 रुपये प्रति माह का अतिरिक्त भार आएगा।
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