धर्म

मकर संक्रांति पर स्नान से पहले न करें भोजन, जानिए किन चीजों का रखना है ध्यान

देशभर में हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। बता दें कि इस दिन सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसलिए इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन को उत्तरायण के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सूर्य देव उत्तरायण होते हैं। जानकारी के मुताबिक, मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और सूर्य देव की आराधना करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं इस दिन क्या करना अच्छा होता है और किन कार्यों से परहेज करना चाहिए।

मकर संक्रांति पर क्या करें ?

• माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन नदियों में स्नान करने से विशेष लाभ होता है।
• इस दिन घर में नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर भी स्नान किया जा सकता है। इसके साथ ही पानी में काले तिल डालकर भी स्नान कर सकते हैं।
• मकर संक्रांति के दिन काले तिल दान का विशेष महत्व है। ऐसा करने से शनि देव और सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। दोनों की कृपा प्राप्त होती है। बता दें कि शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या में राहत मिलती है।
• इस दिन तिल का पानी पीने, तिल का लड्डू खाने और तिल का उबटन लगाने की खास परंपरा है।
• धार्मिक दृष्टि से मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने की परंपरा है। इसमें सभी प्रकार की मौसमी सब्जियां डाली जाती हैं। इससे स्वास्थ्य लाभ होता है।

मकर संक्रांति पर क्या न करें ?

• मकर संक्रांति के दिन मदिरा पान, तामसिक पदार्थों का सेवन आदि से परहेज करना चाहिए।
• इस दिन स्नान और दान से पहले भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए।
• मकर संक्रांति के दिन घर के बाहर आए किसी भिखारी या जरूरतमंद व्यक्ति को खाली हाथ न लौटाएं। इस दिन अवश्य दान करें।
• ज्योतिष अनुसार मकर संक्रांति के अवसर पर अन्य ग्रहों की शांति के लिए कई तरह के उपाय किए जा सकते हैं। स्नान के बाद जिस ग्रह का उपाय करना है, उससे संबंधित वस्तुओं का दान करें। माना जाता है कि ऐसा करने से उस ग्रह का दोष दूर हो जाता है।

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