नई दिल्ली। नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने गुरुवार को कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) इस साल मई में हुई एअर इंडिया एक्सप्रेस के क्रू-मेंबर्स की हड़ताल के मामले की जांच कर रहा है। नियमों का अनुपालन नहीं करने की स्थिति में एयरलाइन को दंडित किया जाएगा। एयर इंडिया एक्सप्रेस का एयर एशिया इंडिया में विलय हो रहा था और इस कारण बड़े पैमाने पर हड़ताल (7 मई को) हुई। इसके कारण कई उड़ानें रद्द हुईं थी।
क्रू-मेंबर्स के साथ कुछ मुद्दे थे
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान देश में उड़ानें रद्द होने से संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर में नायडू ने कहा कि मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई उड़ान रद्द नहीं हो और उसमें देरी न हो। उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में यात्रियों को मुआवजा मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए नागरिक उड्डयन मापदंड लागू हैं।
मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान कहा, ‘‘हम स्वीकार करते हैं कि एअर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एक मुद्दा रहा है... क्रू-मेंबर्स के साथ कुछ आंतरिक मुद्दे थे क्योंकि एअर इंडिया एक्सप्रेस का एयरएशिया इंडिया में विलय हो रहा था और एक सामूहिक हड़ताल (7 मई को) हुई थी।'' हड़ताल के कारण बहुत सारी उड़ानें रद्द हुई थीं। नायडू ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और नियमों का अनुपालन न करने की स्थिति में एयरलाइन को दंडित किया जाएगा।
25 क्रू-मेंबर्स को किया था बर्खास्त
एअर इंडिया एक्सप्रेस ने ‘सिक लीव’ पर गए कर्मचारियों को टर्मिनेट करना शुरू कर दिया था। टाटा ग्रुप की एयरलाइन एअर इंडिया एक्सप्रेस ने 25 क्रू-मेंबर्स को नौकरी से निकाल दिया था। एअर इंडिया ने इन कर्मचारियों को ऑपरेशन डिस्टर्ब करने और नियुक्ति शर्तों का उल्लंघन करने का दोषी मानते हुए यह टर्मिनेशन लेटर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छुट्टी पर जाने वाले केबिन क्रू मेंबर्स को ईमेल कर टर्मिनेट करने की जानकारी दी गई है। कर्मचारी काम पर नहीं लौटे थे, उनके बर्ताव के चलते हजारों पैसेंजर्स परेशान हुए। बड़े पैमाने पर सिक लीव लेना नियमों का उल्लंघन है। ऐसा करके कर्मचारियों ने अपने ऊपर लागू ‘एअर इंडिया एक्सप्रेस लिमिटेड एंप्लॉय सर्विस रूल्स’ का भी उल्लंघन किया है। इसके बाद चीफ लेबर कमिश्नर के सामने कर्मचारियों का दल और एअर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारी बैठे और हड़ताल समाप्त करने पर सहमत हो गए।
एकसाथ छुट्टी पर गए थे 200 सीनियर क्रू-मेंबर्स
मंगलवार (7 मई) को अचानक एअर इंडिया एक्सप्रेस के 200 से ज्यादा सीनियर क्रू-मेंबर्स के एक साथ छुट्टी पर चले गए। केबिन क्रू के सदस्यों ने बीमार होने की सूचना देकर अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए। इस कारण कंपनी को मंगलवार रात और बुधवार को अपनी 90 से ज्यादा घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं। बुधवार को एयरलाइन के सीईओ ने कहा, “पिछली शाम से, हमारे 100 से अधिक केबिन क्रू सहयोगियों ने अपनी निर्धारित उड़ान ड्यूटी से पहले, अंतिम समय में बीमार होने की सूचना दी है, जिससे हमारे संचालन में गंभीर समस्या पैदा हो गई…’
इसके बाद एअर इंडिया ने 13 मई तक उड़ान सेवाओं में कटौती की घोषणा की। एयरलाइन के CEO आलोक सिंह ने कहा, “पूरे नेटवर्क पर असर पड़ा है, जिससे हमें अगले कुछ दिनों में शेड्यूल में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।”
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