उज्जैन। महाकाल भक्तों से जुड़ी बड़ी खबर है। महाकालेश्वर मंदिर में 17 महीने बाद श्रद्धालु भस्मारती में शामिल हो सकते हैं। अगले सप्ताह से श्रद्धालु 50% क्षमता के साथ शामिल हो सकेंगे। इसके लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। हालांकि, नंदी हॉल में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। कोरोना के चलते भस्मारती में श्रद्धालुओं का प्रवेश 17 महीनों से बंद चल रहा था।
दरअसल, महाकालेश्वर मंदिर में 17 मार्च 2020 से भस्मारती में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री और प्रभारी डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में एक बैठक की गई। इसमें मंदिर में भस्मारती में प्रवेश और आने वाले सोमवार को निकलने वाली भादौं माह की आखिरी शाही सवारी के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया कि बीते डेढ़ वर्षों से लगे प्रतिबंध को हटाया जाएगा।
गणेश मंडपम और कार्तिकेय मंडपम में 50% क्षमता के साथ एंट्री
कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक, भस्मारती में अगले सप्ताह से 50% क्षमता के साथ श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे। यानी महाकाल मंदिर में 1850 श्रद्धालु एक साथ बैठकर भस्मारती में सम्मिलित हो सकते हैं। नंदी हॉल में प्रवेश अभी प्रतिबंधित रहेगा। गणेश मंडपम, कार्तिकेय मंडपम में 50% क्षमता के साथ श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा।
श्रद्धालुओं के बैठक के स्वरूप को लेकर निर्णय होना बाकी
अब 3 सितंबर को होने वाली मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा, बैठक का स्वरूप क्या रहेगा और भस्मारती के दौरान श्रद्धालुओं के लिए क्या इंतजाम किए जाएंगे? इस बैठक में सांसद अनिल फिरोजिया वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।