
नई दिल्ली। तिहाड़ जेल के पूर्व जेल प्रमुख संदीप गोयल को गृह मंत्रालय ने सस्पेंड कर दिया है। संदीप गोयल अभी दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर हैं। उनके तबादले के एक महीने बाद यह कार्रवाई की गई और उन्हें दिल्ली पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। गृह मंत्रालय की तरफ से उनके निलंबन का आदेश अचानक कल (21 दिसंबर) रात को जारी किया गया। बता दें कि संदीप गोयल पर मनी लॉन्ड्रिंग केस में तिहाड़ में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने गंभीर आरोप लगाए थे।
MHA's action comes as conman Sukesh Chandrashekhar last month made sensational claims that he paid Rs 12.5 crores to Goel as "protection money" for his safety in Mandoli Jail where he is lodged in connection with a Rs 200 crore money laundering case.
— ANI (@ANI) December 22, 2022
गृह मंत्रालय की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब 200 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने पिछले महीने सनसनीखेज दावा किया था कि उन्होंने मंडोली जेल में गोयल को अपनी सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन मनी के रूप में 12.5 करोड़ रुपए का भुगतान किया था।
सुकेश-सत्येंद्र जैन मामले में गिरी गाज
इससे पहले गृह मंत्रालय ने संदीप गोयल के खिलाफ मिल रहीं शिकायतों के बाद उन्हें तिहाड़ जेल से हटा दिया था। संदीप गोयल को हटाए जाने के पीछे दो लोग हैं, जो जेल में बंद हैं। पहला नाम है- देश के सबसे बड़े ठग सुकेश चंद्रशेखर का। जिसने साल भर तक करोड़ों रुपए खर्च कर जेल में हर ऐशो-आराम हासिल किया और दूसरा नाम है दिल्ली सरकार के जेल मंत्री सत्येंद्र जैन का, जो मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में खुद भी तिहाड़ जेल में बंद हैं।
सुकेश चंद्रशेखर ने लगाया ये आरोप
मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उसे आम आदमी पार्टी को 10 करोड़ रुपए की ‘संरक्षण राशि’ देने के लिए मजबूर किया गया था। उसने यह भी दावा किया कि वो पार्टी मंत्री सत्येंद्र जैन को 2015 से जानता था। चंद्रशेखर ने यह भी आरोप लगाया कि उसे भ्रष्टाचार और जबरन वसूली को लेकर मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली के तत्कालीन जेल महानिदेशक संदीप गोयल के दबाव में धमकियां मिल रही हैं।