दिल्ली शराब घोटाला मामले में जमानत मिलने के बाद शुक्रवार शाम (9 अगस्त) मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आ गए हैं। पिछले साल फरवरी से तिहाड़ जेल में बंद सिसोदिया को 17 महीने बाद जमानत मिली है। बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता जेल के बाहर एकत्र हुए और सिसोदिया की रिहाई का जश्न मनाया। रिहाई के वक्त आप सांसद संजय सिंह भी मनीष सिसोदिया के साथ नजर आए। सिसोदिया जेल से सीधा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर जाएंगे और उनके परिवार से मिलेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने आज दोपहर उन्हें शराब नीति केस से जुड़े सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में जमानत दे दी। कोर्ट ने शर्त लगाते हुए उन्हें अपना पासपोर्ट सरेंडर करने और गवाहों को प्रभावित न करने का निर्देश दिया। साथ ही सिसोदिया को 10 लाख रुपए का बॉन्ड भरना होगा।
जल्द ही अरविंद केजरीवाल भी जेल से बाहर आएंगे – मनीष सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि वह बाबा साहब के संविधान की वजह से ही जेल से बाहर आ पाए हैं। सुप्रीम कोर्ट का दिल से धन्यवाद है। उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही अरविंद केजरीवाल भी जेल से बाहर आएंगे।
3 शर्तों पर मिली जमानत
सुप्रीम कोर्ट ने आप नेता सिसोदिया को तीन शर्तों पर जमानत दी है। पहला ये कि उन्हें 10 लाख रुपए का मुचलका भरना होगा। इसके अलावा उन्हें दो जमानतदार पेश करने होंगे। वहीं, तीसरी शर्त यह है कि वह अपना पासपोर्ट सरेंडर कर देंगे।
जमानत तानाशाही पर तमाचा- संजय सिंह
मनीष सिसोदिया को जमानत मिलने पर संजय सिंह ने कहा, “ये सत्य की जीत है। जैसा कि मैंने पहले कहा है, इस मामले में कोई सच्चाई/सबूत नहीं है। हमारे नेताओं को जबरन जेल में डाल दिया गया। मनीष सिसोदिया को 17 महीने तक जेल में रखा गया। जो 17 महीने मनीष सिसोदिया के बर्बाद हुए उसका हिसाब क्या देश के प्रधानमंत्री देंगे? जो 17 महीने दिल्ली के बच्चों के बर्बाद हुए, एक योग्य शिक्षा मंत्री के रूप में मनीष सिसोदिया जो दिल्ली के बच्चों को दे सकते थे उसका हिसाब कौन देगा? भाजपा का मकसद केवल एक है, विपक्ष के नोताओं को पकड़ कर जेल में डालो। मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूं कि हमें न्याय मिला और फैसला AAP के पक्ष में आया और हर कार्यकर्ता उत्साहित है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि अरविंद केजरीवाल और सत्येन्द्र जैन भी जल्द जेल से बाहर आएं। यह केंद्र सरकार की तानाशाही पर तमाचा है।”
पिछले साल 26 फरवरी को किया था अरेस्ट
पिछले साल 26 फरवरी को सीबीआई दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद और 9 मार्च को ED ने गिरफ्तार किया था। तभी से वे सिसोदिया जेल में हैं। उन्होंने 28 फरवरी 2023 को दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। राउज एवेन्यू कोर्ट के सामने कई बार उनकी पेशी भी हुई, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली थी।
क्या है पूरा मामला ?
दिल्ली में केजरीवाल की सरकार में डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया ने 22 मार्च 2021 को नई शराब नीति का ऐलान किया था। 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति यानी एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू कर दी गई। नई शराब नीति लागू करने के बाद सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई और शराब की पूरी दुकानें निजी हाथों में चली गई। नई नीति लाने के पीछे सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार का रेवेन्यू में बढ़ेगा। नई नीति से रेवेन्यू में 1500-2000 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई गई थी।
नई पॉलिसी में कहा गया था कि दिल्ली में शराब की कुल दुकानें पहले की तरह 850 ही रहेंगी। हालांकि, नई नीति शुरू से ही विवादों में रही। जब बवाल ज्यादा बढ़ गया, तब 28 जुलाई 2022 को सरकार ने नई शराब नीति रद्द कर फिर पुरानी पॉलिसी लागू कर दी। मामले में सीबीआई को जांच ट्रांसफर दी गई। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा एंगल आने पर इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की एंट्री हो गई। उसके बाद से AAP के कई सीनियर नेता और उनके करीबी सहयोगी जांच एजेंसी के निशाने पर आ गए।