
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने सीएनजी पंप उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी करने के आरोप में पेट्रोलियम मंत्रालय के एक पूर्व संविदा कर्मचारी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि जालसाजों ने सीएनजी पंप स्थापित करने की आड़ में एक व्यक्ति से 2.39 करोड़ रुपए की ठगी की। आरोपियों ने विभिन्न ‘फर्जी’ बैंक खातों के जरिए 1.79 करोड़ रुपए और 60 लाख रुपए नकद प्राप्त किए थे।
जानें पूरा मामला
पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ) हेमंत तिवारी ने कहा- “इस वर्ष 27 मार्च को शिकायतकर्ता ने आईएफएसओ विशेष प्रकोष्ठ से संपर्क किया और बताया कि उसकी जमीन पर सीएनजी पंप लगाने का वादा करने वाले व्यक्तियों ने उससे 2.39 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है।” अधिकारी ने आगे कहा कि शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह पेट्रोल या सीएनजी पंप आवंटन की प्रक्रियाओं के बारे में इंटरनेट पर जानने का प्रयास कर रहा था और इस दौरान दो व्यक्तियों (अमरेंद्र और अमित पांडे) ने उससे संपर्क करके खुद को एक गैस कंपनी का समन्वयक और एजेंट बताया।
डीसीपी ने कहा कि आरोपियों ने उसे कम से कम औपचारिकताओं के साथ सीएनजी पंप स्थापित करने का लालच दिया। आरोपियों ने पंजीकरण प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण और जीएसटी नंबर के साथ एक बिल सहित जाली दस्तावेज बनाकर शिकायतकर्ता को भेज दिया। खुद को एक गैस कंपनी का अधिकारी बताकर उन्होंने पीड़ित से 2.39 करोड़ रुपए ठग लिए। एक प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई।
आरोपियों की हुई पहचान
पुलिस के अनुसार, धोखाधड़ी की यह घटना करीब तीन साल पुरानी है इसलिए एक विशेष टीम गठित की गई। डीसीपी ने कहा, “टीम ने आरोपियों के स्थान का पता लगाया और बाद में अमित कुमार पांडे (41), अमरेंद्र कुमार (47) और अमर सिंह (62) को गिरफ्तार कर लिया।