
उज्जैन। गंभीर बांध के गहरीकरण का काम शनिवार से शुरू हो गया। पहले दिन मंत्री और जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रतीक स्वरूप काम की शुरुआत की। इसके बाद जन सहयोग से गहरीकरण का काम किया जाएगा।
बांध बनने के बाद से नहीं हुआ गहरीकरण
शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर बांध का निर्माण वर्ष 1992 में हुआ था। जिसकी भराव क्षमता 2250 एमसीएफटी है। बता दें कि बांध बनने के बाद से ही आज तक गहरीकरण का काम नहीं हुआ है। जबकि इतने वर्षों में बांध में जगह जगह मिट्टी के टीले और गाद जमा हो चुकी है। जिसके चलते गंभीर बांध अपनी पूरी क्षमता के अनुसार नहीं भरता है। लिहाजा हर वर्ष एक दिन छोड़कर एक दिन जल प्रदाय करने की स्थिति बनती है।
सहयोग से किया जा रहा गहरीकरण का काम
इसी को देखते हुए नगर निगम द्वारा अन्य विभागों और समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से गंभीर बांध के गहरीकरण का काम किया जा रहा है। जिसकी शनिवार को शुरुआत हो गई। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, महापौर मुकेश टटवाल, विधायक पारस जैन, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और निगम कमिश्नर रोशन सिंह सहित पार्षद गण भी मौजूद थे।
महादेव का पूजा-अर्चना कर अभिषेक शुरू किया कार्य
सभी ने कार्य शुरू होने से पहले गंभीर बांध पर स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर में भगवान की पूजा-अर्चना कर अभिषेक किया। इसके बाद गंभीर में गहरीकरण का काम शुरू हुआ। पहले दिन बांध में बने मिट्टी के टीले की जेसीबी की मदद से खुदाई की गई। इस दौरान मंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने जेसीबी चलाई। वहीं प्रशासन द्वारा गहरीकरण के दौरान निकलने वाली मिट्टी किसानों को नि:शुल्क दी जा रही है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) May 27, 2023
मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ. मोहन यादव और महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि प्रशासन द्वारा जन सहयोग से गंभीर बांध के गहरीकरण का काम कराया जा रहा है जो सराहनीय है।
(इनपुट – संदीप पांडला)
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