
उमरिया। मध्य प्रदेश में बाघों के घर कहे जाने वाले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार बाघों की मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच बुधवार को फिर पेट्रोलिंग टीम को एक बाघ का क्षत-विक्षत हालत में शव मिला। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले शुक्रवार रात को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ का शव बिना सिर के मिला था।
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घटनास्थल को किया सील
जानकारी के अनुसार, ये घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला कोर परिक्षेत्र अंतर्गत आरएफ 339 की है। पार्क के गश्ती दल को सुबह गश्ती के दौरान बाघ का शव मिला है। इसके बाद प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। वहीं घटनास्थल को सील करते हुए स्निफर डॉग और मेटल डिटेक्टर से मौके का परीक्षण कराया गया है।
आरओ पतौर रंजन सिंह परिहार ने बताया है कि बाघ के शरीर मे गंभीर घाव के निशान हैं। गर्दन टूटी हुई है। प्रथम दृष्टया किसी अन्य बाघ से लड़ाई में इसकी मौत होना प्रतीत होता है। मृत नर बाघ की उम्र 7 से 8 साल के आसपास बताई जा रही है।

बिना सिर के मिला था बाघ का शव
उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शनिवार को एक बाघ मृत अवस्था में मिला है और उसकी गर्दन के ऊपर का हिस्सा गायब था। दरअसल, गश्ती दल को शुक्रवार रात 9 बजे पटेहरा बीट में बाघ का शव मिला था। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि बाघ की मौत 4 -5 दिन पहले होने का अनुमान है। बाघ का शव नाले में मिला और उस पर रेत जमा पाई गई। शव की स्थिति देखकर प्रतीत हो रहा है कि यह कहीं और से पानी के साथ बहकर आया है। बाघ की गर्दन के ऊपर का हिस्सा मौके पर नहीं मिला। इसमें कहा गया है कि सिर वाले भाग के पानी के साथ बह जाने की आशंका है और विभाग विशेष दल बनाकर नाले में इसकी खोज करवा रहा है।
मार्च से अब तक 11 बाघों की मौत
एमपी को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने वाले बांधवगढ़ टाइगर रिसर्व में मार्च 2023 के बाद अब तक 11 बाघों की मौत अलग-अलग कारणों से हो चुकी है। क्षेत्र संचालक, उप वन मण्डलाधिकारी एवं एमपीटीएसएफ के अधिकारियो द्वारा मौक़े का निरीक्षण किया गया। एनटीसीए द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार कार्यवाही की जा रही है।
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