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CYBER CRIME : इंस्टा पोस्ट लाइक और शेयर करने का लालच देकर CA को लगा दी 8 लाख 8 हजार की चपत

भोपाल।  राजधानी में सायबर जालसाजों के ट्रेप में लगातार लोग फंस रहे हैं।  गुरूवार को ही रातीबड़ में इसी तरह के फ्रॉड का शिकार होकर चार लोगों का हंसता खेलता पूरा परिवार खत्म हो चुका है। इसी तरह का एक और मामला भोपाल की सायबर क्राइम ब्रांच में दर्ज हुआ है। क्राइम ब्रांतच से मिली जानकारी के मुताबिक एक चार्टर्ड एकाउंटेंट को जालसाजों ने इंस्टग्राम की एक पोस्ट को लाइक और शेयर पर 60 रुपए देने का लालच देकर फंसाया और 10 दिनों के भीतर ही 8 लाख 8 हजार रुपए ठग लिए।

वाट्सएप के जरिए फांसा 

कोहेफिजा निवासी 58साल के हारुन खान पेश से चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। पिछले महीने ही उनके वाट्सएप पर एक मैसेज आया और उन्हें टेलीग्राम पर जुड़ने का बोला गया। जब वह टेलीग्राम से जुड़े तो उन्हें इंस्टाग्राम पर आने वाली हर पोस्ट को लाइक और शेयर करने के लिए 60 रुपए देने की बात कही गई। हारुन ने प्रपोजल एक्सेप्ट करते हुए इंस्टाग्राम की बताई गई पोस्ट को लाइक और शेयर करना शुरू कर किया, जिसके लिए उन्हें भुगतान भी मिला।

भरोसा बढ़ा तो चला अगला दांव

जब हारून को पैसे मिलने लगे तो उन्हें भरोसा होने लगा। इसके बाद जालसाजों ने कहा कि वह टेलीग्राम पर 4 लोगों का एक ग्रुप बनाएं और उसमें एक हजार रुपये इन्वेस्ट करें तो बदले में 12 सौ रुपए मिलेंगे। हारुन ने ऐसा किया तो उन्हें कमीशन के तौर पर अधिक रुपये मिलना शुरू हो गए। उन्होंने एक हजार, फिर तीन हजार, पांच हजार, दस हजार और उसके बाद 80 हजार रुपए तक लगाए। हर बार उन्हें कमीशन के साथ अधिक रुपयों का भुगतान हो गया। इसके बाद जालसाजों ने अगला दांव चला।

एक लाख रुपए इन्वेस्ट करने पर रुका भुगतान

सीए ने जब एक लाख रुपये इन्वेस्ट किए तो उन्हें इसका भुगतान और कमीशन नहीं मिला। टेलीग्राम पर चर्चा के दौरान जब उन्होंने अपने रुपये मांगे तो बताया गया कि एक लाख रुपये और जमा करने होंगे, उसके बाद दो लाख रुपये और कमीशन लौटा दिया जाएगा। इस पर हारुन ने एक लाख और इन्वेस्ट कर दिए, लेकिन भुगतान नहीं आया। इस बार बताया गया कि तकनीकी खामी के चलते भुगतान रुक गया है, इसलिए डेढ़ लाख रुपये और जमा करें, तब कुल साढ़े तीन लाख रुपए और पूरा कमीशन एक साथ वापस किया जाएगा। जालसाजों के कहने पर हारुन हर बार रुपये जमा करते रहे, लेकिन उन्हें भुगतान नहीं मिला।

ठगी का अहसास होने तक लुट चुके थे लाखों

10 दिनों के अंदर उन्होंने कुल 8 लाख 8 हजार रुपये जमा कर दिए, लेकिन उसके बाद भी कोई भुगतान नहीं मिला। आखिरकार सीए को अपने साथ साइबर ठगी का अहसास हुआ, जिसके बाद उन्होंने सायबर क्राइम ब्रांच पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआऱ दर्ज कर ली है।

 

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