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प्रदेश में पहली बार गर्मी में हो रही गिद्धों की गणना, पहले दिन बांधवगढ़ में लाल सिर वाले गिद्ध सहित कई दुर्लभ प्रजातियां दिखीं

उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व सहित मप्र के सभी डिविजनों में गिद्धों की गणना मंगलवार से एक साथ शुरू हुई। बांधवगढ़ में गिद्धों की गणना के पहले दिन 185 गिद्धों को चिन्हित किया गया है। इनमें 164 वयस्क तथा 21 बच्चे शामिल हैं। गणना के लिए बीटवार कर्मचारियों के दल बनाए गए हैं। वहीं कई बर्ड स्पेशियलिस्ट तथा एनजीओ की टीम भी इस काम में लगी हैं। इसके लिए आधुनिक कैमरों और दूरबीन की मदद ली जा रही है। बांधवगढ़ रिजर्व के उप संचालक प्रकाश वर्मा ने बताया कि इसी साल 16, 17 एवं 18 फरवरी को भी गिद्धों की गणना हुई थी।

इससे पहले यह कार्य सर्दियों मे ही होता था, परंतु यह पहला मौका है जब गिद्धों की गणना गर्मियों मे कराई जा रही है। समर सीजन में गिद्धों की स्थिति का अध्ययन करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। गणना का यह काम 01 मई को पूर्ण होगा। बांधवगढ़ रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि अब तक सर्दियों में ही गिद्धों की गणना होती थी। पहली बार गर्मियों में यह हो रहा है। इसके पीछे का मकसद मौसम परिवर्तन के बाद पक्षियों के रहन सहन और उनके स्वभाव में आने वाले अंतर का अध्ययन करना है।

संख्या में हुआ इजाफा

सर्दियों के समय हुई गणना के दौरान पूरे पार्क में 242 गिद्ध पाए गए थे, लेकिन इस बार पहले ही दिन 185 गिद्ध मिले हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार इनकी संख्या में इजाफा हुआ है। पहले दिन पार्क क्षेत्र में पक्षियों की विभिन्न दुर्लभ प्रजातियां मिली हैं। इनमें देशी गिद्ध, राज गिद्ध, हिमालयन गिद्ध, यूरेशियन गिद्ध, सिनेरियस गिद्ध, समर गिद्ध, सफेद पांव वाला गिद्ध, लाल मुकुट गिद्ध, काला गिद्ध, पीली चोंच वाला गिद्ध, इजिप्शियन गिद्ध, इंडियन लॉन्ग वाइल्ड गिद्ध शामिल हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक अभी तक यह गिद्ध मूल रूप से ताला, मगधी, पनपथा कोर, पतौर आदि परिक्षेत्रों तक सीमित थे। परंतु गणना के पहले दिन धमोखर और पनपथा बफर में भी गिद्ध और उनके आशियाने देखे गए हैं।

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