
नई दिल्ली। हीटवेव से साल 2015 से 2023 तक कुल मिलाकर देश में 4057 लोग मारे गए हैं। भारत में गर्मी के असल में तीन ही महीने अप्रैल, मई और जून हैं। इसके बाद मॉनसून का सीजन आता है, जब तापमान गिरना शुरू होता है। लेकिन पिछले एक दशक से गर्मी बढ़ती जा रही है। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन की स्टडी के मुताबिक क्लाइमेट चेंज की वजह से एशिया के कुछ इलाके जिसमें भारत भी शामिल हैं, वो अप्रैल में ही हीटवेव का सामना 45 गुना ज्यादा कर रहे हैं।