अनुज मीणा- आजकल युवाओं में बाइक मॉडिफिकेशन को लेकर जबरदस्त क्रेज है। मॉडिफिकेशन का मतलब अपने वाहन को एक नया रूप देने से है। शहर में कई बाइकर्स ऐसे हैं, जो कि रेसिंग में हिस्सा लेने के लिए अपनी बाइक्स में बदलाव करवाते हैं। बाइकर्स के अनुसार, बाइक में मॉडिफिकेशन अलग-अलग कैटेगरी में होता है।
इसमें पहली कैटेगरी में फॉरेन बाइक्स की मॉडिफिकेशन की जाती है। दूसरी कैटेगरी में बाइक के इंजन से लेकर सस्पेंशन, टायर्स और व्हील्स तक में बदलाव करा सकते हैं। रेसिंग के लिए बाइक इंजन में सीसी बढ़ाते हैं, क्लच को सॉफ्ट करते हैं। इसके साथ ही बाइकर्स रेसिंग के लिए टायर्स सहित कई तरह के बदलाव भी अपनी बाइक्स में करवाते हैं।
देश के अन्य राज्यों में भी रेसिंग के लिए जाता हूं
मैं बाइक रेसिंग में हिस्सा लेने के लिए भोपाल के साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी जाता हूं और कई रेसों में मैंने जीत भी हासिल की है। रेसिंग के लिए हम अपनी बाइक्स को मॉडिफाई करवाते हैं। इसके लिए बाइक्स के इंजन के सीसी बढ़वाते हैं, ताकि बाइक तेजी से दौड़ सकें। साथ ही सस्पेंशन के स्प्रिंग्स को अपग्रेड करवाते हैं, व्हील्स और टायर्स को भी चेंज करवाते हैं, ताकि रेसिंग के समय बाइक ट्रेक पर पकड़ बनाकर चल सके। हालांकि हम मॉडिफिकेशन में उन्हीं पार्ट्स को बदलाव करवाते हैं, जिनकी अनुमति होती है। – मुजफ्फर अली, बाइकर
गाइडलाइन के अनुसार करवाते हैं मॉडिफिकेशन
मैं इस समय टीवीएस फैक्ट्री राइर्ड्स में शामिल हूं। मैं टीवीएस की अपकमिंग बाइक्स की टेस्टिंग करता हूं। अभी तक अपाचे, व्हिकटर बाइक्स के साथ ही टीवीएस इंटोर्क की टेस्टिंग कर चुका है। साथ ही बाहर होने वाली रेस में भी हिस्सा लेता हूं। रेसिंग के लिए बाइक्स में हम कुछ बदलाव करवाते हैं, जो कि फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार होते हैं। – सैय्यद आसिफ अली, बाइकर
14 हजार से अधिक बाइक कर चुका हूं मॉडिफाइड
मैं करीब पिछले 25 साल से बाइक मॉडिफिकेशन का काम कर रहा हूं। हम पुरानी बाइक्स को मॉडिफाइड कर उन्हें नया लुक देते हैं। अभी तक मैं 14 हजार से भी अधिक बाइक्स मॉडिफाई कर चुका हूं। साथ ही रेसिंग में भी हिस्सा लेता हूं। – इरफान खान, ऑटामोबाइल एक्सपर्ट