
इंटरनेशनल डेस्क। चीन में भूकंप से अब तक 131 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 700 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे है। बता दें कि चीन के नॉर्थ वेस्ट में गांसू और किंघाई प्रांत में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई थी। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर है।
9 वर्ष में चीन का सबसे शक्तिशाली भूकंप
अधिकारियों और चीनी मीडिया के मुताबिक, यह पिछले 9 वर्ष में चीन में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप था। सोमवार आधी रात से ठीक पहले यहां 6.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 700 से अधिक लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि भूकंप के कारण गांसू और किंघाई प्रांतों में भारी नुकसान हुआ है। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं तथा बिजली और संचार सेवाएं ठप हो गईं। भूकंप के कारण कई घर मलबे में तब्दील हो गए थे, जिसके कारण लोगों को कड़ाके की ठंड के बीच घरों से बाहर रहना पड़ा। क्योंकि, आपातकालीन कर्मचारी ढही हुई इमारतों में लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने टीन में आए भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई है।
चीन के सरकारी प्रसारण ने दी जानकारी
चीन के सरकारी प्रसारक के मुताबि,क गांसू में 113 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 536 अन्य लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही बुधवार सुबह तक किंघाई में 18 लोग मारे गए और 198 घायल बताए जा रहे हैं। चीन में सुबह 10 बजे तक तीन या उससे अधिक तीव्रता वाले 9 भूकंप के झटके आए जिसमें सबसे ज्यादा 4.1 तीव्रता का झटका महसूस किया गया।
चीनी राज्य के स्वामित्व वाली मीडिया के अनुसार, गांसु में आपातकालीन अधिकारियों ने खोज और बचाव कार्यों के लिए 300 अतिरिक्त कर्मचारियों के लिए अपील जारी की, और किंघाई अधिकारियों ने भूस्खलन में 16 लोगों के लापता होने की सूचना दी, जो पहले 20 से कम थी।
2008 में आए भूकंप में गई थी 90 हजार लोगों की जान
चीन का सबसे घातक भूकंप 2008 में आया था जो 7.9 तीव्रता का भूकंप था। इसमें लगभग 90,000 लोग अपनी जान गवा बैठे थे। भूकंप की वजह से चीन के सिचुआन प्रांत में स्कूल तबाह हो गए थे।
गांसू प्रांत में पहुंची 33 एम्बुलेंस
न्यूज एजेंसी के अनुसार, चीन की ब्लू स्काई रेस्क्यू टीम राहत और बचाव अभियान में जुटी हुई। गांसू प्रांत के जिशिशान काउंटी में 6.2 तीव्रता का भूकंप आने के बाद गांसू स्वास्थ्य विभाग ने 33 एम्बुलेंस और अन्य पेशेवर वाहनों के साथ-साथ 173 चिकित्सा कर्मचारियों को घटनास्थल पर भेजा। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 1,440 फायर फाइटर्स को घटना स्थल पर के इलाके में तैनात किया गया।
किंघई प्रांत में पहुंची 68 एम्बुलेंस
किंघई प्रांत में 68 एम्बुलेंस और 40 नगरपालिका विशेषज्ञों को भेजा गया। आज मंगलवार की सुबह तक प्रभावित इलाके में 300 से ज्यादा घायलों का इलाज किया गया। भूकंप से किंघई प्रांत के हैडोंग में ज्यादा नुकसान हुआ। भूकंप के कारण पानी और बिजली लाइनों को बड़ा नुकसान हुआ। साथ ही ट्रैफिक और संचार भी टूट गया। यहां इस वक्त न्यूनतम तापमान शून्य से 12 डिग्री सेल्सियस नीचे है। कड़ाके की ठंड के बीच राहत और बचाव का अभियान तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही गांसू और आसपास के प्रांत से 1,603 फायर फाइटर्स को स्टैंडबाय पर रखा गया।
आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?
भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।