दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (CRPF) को बड़ी सफलता मिली है। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को दो महिला नक्सलियों समेत 10 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली इंद्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय थे। नक्सली पुलिस के पुनर्वास अभियान ‘लोन वर्राटू’ से प्रभावित हैं और माओवादियों की खोखली विचारधारा से निराश हैं।
नक्सलियों पर थे ये आरोप
दंतेवाड़ा के SP गौरव राय ने बताया कि सभी नक्सली दक्षिण बस्तर क्षेत्र में माओवादियों की इंद्रावती क्षेत्र समिति के तहत काम करते थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों पर सड़कें खोदने, सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए पेड़ गिराने और नक्सलियों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान पोस्टर और बैनर लगाने का आरोप है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। SP गौरव ने सरेंडर नक्सलियों को पुनर्वास योजना के तहत 25-25 हजार की सहायता राशि बांटी।
अब तक 815 माओवादियों ने किया सरेंडर
जून 2020 में शुरू किए गए पुलिस के ‘लोन वर्राटू’ (अपने घर/गांव वापस लौटो) अभियान के तहत अब तक 180 इनामी नक्सली सहित कुल 815 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है।
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