रायपुर। लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप मामले में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर एफआईआर दर्ज हुई है। ईओडब्ल्यू ने IPC के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश विश्वासघात और जालसाजी सहित कुल 7 धाराओं में मामला दर्ज किया है।
क्यों दर्ज हुई FIR?
जानकारी के अनुसार, ईओडब्लू और एसीबी विंग ने महादेव बेटिंग ऐप के मालिकों से 508 करोड़ रुपए प्रोटेक्शन मनी लेने के मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत 21 अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। उन्होंने ये FIR प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्टि के तहत दर्ज की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव ऐप को लेकर न्यायालय में दिए प्रतिवेदन में बताया था कि महादेव बुक ऐप के प्रमोटर्स रवि उप्पल, शुभम सोनी, सौरभ चंद्राकर, अनिल कुमार अग्रवाल ने विभिन्न लाइव गेम्स में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑफ लाइन सट्टेबाजी के स्थान पर विकल्प के रूप में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाकर वाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम जैसे माध्यमों से विभिन्न वेबसाइट के जरिए सट्टा खिलाया।
लोकसभा चुनाव में बढ़ सकती हैं बघेल की मुश्किलें
महादेव ऐप के प्रमोटर्स को राजनीतिक संरक्षण था। जिसके एवज में उन्हें प्रोटेक्शन मनी के रूप मंख भारी-भरकम रकम दी गई। यह प्रोटेक्शन मनी की रकम हवाला ऑपरेटरों के जरिए राशि वितरण करने वाले पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी तक पहुंचती थी, जिसे उनके द्वारा संबंधित पुलिस / प्रशासनिक अधिकारियों तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों को वितरीत की जाती थी। वहीं, कांग्रेस ने बघेल को राजनांदगांव से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है और इस एफआइआर के बाद बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
ईडी की चार्टसीट में आया था बघेल का नाम
इससे पहले महादेव बेटिंग ऐप मामले में ईडी की दूसरी चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम आया था। ईडी ने कोर्ट में बताया था कि, आरोपी असीम दास ने अपने बयान में दावा किया था कि, महादेव ऐप का पैसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए ही भेजा गया था। ईडी ने आरोपी असीम दास को छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले 2 नवंबर को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद 3 नवंबर को उसने अपने बयान में कहा था कि, महादेव बेटिंग ऐप प्रमोटर्स ने चुनाव में खर्च के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ को पहुंचाने के लिए 5.39 करोड़ दिए थे।
ईडी की चार्टसीट में आया था बघेल का नाम
इससे पहले महादेव बेटिंग ऐप मामले में ईडी की दूसरी चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम आया था। ईडी ने कोर्ट में बताया था कि, आरोपी असीम दास ने अपने बयान में दावा किया था कि, महादेव ऐप का पैसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए ही भेजा गया था। ईडी ने आरोपी असीम दास को छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले 2 नवंबर को गिरफ्तार किया था। जिसके 3 नवंबर को उसने अपने बयान में कहा था कि, महादेव बेटिंग ऐप प्रमोटर्स ने चुनाव में खर्च के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ को पहुंचाने के लिए 5.39 करोड़ दिए थे।
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