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Indore News : फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर 4.85 करोड़ की ठगी, क्राइम ब्रांच ने मास्टरमाइंड को गुजरात से किया गिरफ्तार

इंदौर। क्राइम ब्रांच ने एक शातिर ठग गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। मुख्य आरोपी हिरेन पटेल को गुजरात के अंकलेश्वर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में पहले ही 4 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गैंग ने फरियादी को चार गुना प्रॉफिट का झांसा देकर 4 करोड़ 85 लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी।

आरोपियों की ठगी का तरीका

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि तीन महीने पहले फरियादी ने शिकायत दर्ज करवाई थी। फरियादी को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर फॉरेक्स शेयर मार्केट में निवेश करने का लालच दिया गया। शुरुआत में गिरोह ने कुछ छोटे मुनाफे दिखाकर उनका भरोसा जीत लिया। इसके बाद फरियादी को 4.85 करोड़ रुपए गिरोह के अकाउंट में जमा कराने के लिए कहा गया। इसके बाद उन्हें एक सॉफ्टवेयर फाइल भेजी गई, जिसे डाउनलोड करने पर उसमें 18 करोड़ रुपए का प्रॉफिट दिखाया गया। जब फरियादी ने इस पैसे को निकालने की कोशिश की, तो पता चला कि यह सब फर्जी था।

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जाल में फंसाने का तरीका

  • आरोपियों ने फरियादी को एक सॉफ्टवेयर फाइल भेजी और उसे डाउनलोड करने के लिए कहा।
  • सॉफ्टवेयर में बैलेंस और प्रॉफिट दिखाने के नाम पर झूठे आंकड़े दिखाए गए।
  • इसी फर्जीवाड़े के जरिए आरोपियों ने फरियादी को अपने जाल में फंसा लिया।

मास्टरमाइंड अंकलेश्वर से गिरफ्तार

अब तक इस मामले में पुलिस ने आर्यन गुप्ता, मोहम्मद फैज, मोहम्मद आमिर और सोहेल खान नाम के चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। मुख्य आरोपी हिरेन पटेल को गुजरात से गिरफ्तार किया गया। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि हिरेन पटेल ही इस गिरोह का मास्टरमाइंड है और ठगी से अर्जित पैसे को दुबई भेजने का काम करता था। अब गैंग के मास्टरमाइंड हिरेन पटेल को क्राइम ब्रांच ने गुजरात के अंकलेश्वर से गिरफ्तार किया है।

फरियादी के पैसे का बड़ा हिस्सा दुबई भेजा

पूछताछ में हिरेन पटेल ने खुलासा किया कि उनकी गैंग फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए प्रॉफिट दिखाकर धोखाधड़ी करती थी। गैंग ने देशभर में कई लोगों को इसी तरह ठगा है। फरियादी के पैसे का बड़ा हिस्सा दुबई भेजा गया। 50 लाख रुपए में से 30 लाख सीधे दुबई और 20 लाख एक अन्य अकाउंट के जरिए दुबई भेजे गए। जांच में गैंग की कई कंपनियों का पता चला है, जिनका उपयोग यह लोग पैसों के लेन-देन के लिए करते थे।

रिकवरी और जांच

अब तक 75 लाख रुपए रिकवर किए जा चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के कई अकाउंट फ्रीज करवा दिए हैं। फरियादी को जल्द उनका पैसा लौटाया जाएगा। गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके ठिकानों की जांच जारी है।

राजेश दंडोतिया, एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच, ने कहा, यह गिरोह बहुत शातिर तरीके से फर्जी मुनाफा दिखाकर लोगों को ठगता था। हमने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अब तक 75 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। रिमांड के दौरान और खुलासे होंगे।”

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