
इंदौर। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत बुधवार से हो चुकी है। इस बार चैत्र नवरात्रि पूरे 9 दिनों तक रहेगी। 30 मार्च 2023 को रामनवमी के साथ इसका समापन हो जाएगा। चैत्र नवरात्रि के साथ ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी हो गई। वहीं इंदौर के बिजासन माता मंदिर पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है।
यह होलकर कॉलिंग मंदिर है। बिजासन माता मंदिर का इतिहास एक हजार साल पुराना है। मंदिर के पुजारी ने बताया है कि मध्य प्रदेश का एकलौता ऐसा मंदिर है, जहां एक साथ 9 देवियां विराजमान है।
मां शैलपुत्री हिमालय राज की पुत्री हैं : रतनमन गोस्वामी
मंदिर पुजारी रतनमन गोस्वामी ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के साथ देवी दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मां शैलपुत्री हिमालय राज की पुत्री हैं और ये वृषभ पर सवारी करती हैं। चैत्र नवरात्र में मंदिर में मेला लगता है। इस दौरान यहां देशभर से श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए आते हैं।
#इंदौर : #चैत्र_नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। इंदौर का #बिजासन_माता_मंदिर मध्य प्रदेश का एकलौता ऐसा मंदिर है, जहां एक साथ 9 देवियां विराजमान है। होलकर कॉलिंग मंदिर और यह 1000 वर्ष पुराना मंदिर है : #रतनमन_गोस्वामी, मंदिर पुजारी… pic.twitter.com/nEpW7qaeUr
— Peoples Samachar (@psamachar1) March 22, 2023
इसलिए नवयुगल माता के दर्शन के लिए आते हैं
दरअसल, बिजासन माता को सौभाग्य और पुत्रदायिनी माना जाता है। इसके चलते विवाह के बाद यहां प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर से नवयुगल माता के दर्शन और पूजन के लिए आते हैं। बताया जाता है कि आल्हा-उदल ने भी मांडू के राजा को हराने के लिए माता से मन्नात मांगी थी।
मंदिर का इतिहास
पूर्व में माता चबूतरे पर विराजमान थी उसके बाद इंदौर के तत्कालीन होलकर राजा महाराजा शिवाजी राव होलकर जी ने सन 1760 में माता बिजासन के मंदिर का निर्माण करवाया था ब्रिटिश काल में माता के मंदिर के निर्माण के 100 वर्ष पूर्ण होने पर एक उत्सव मनाया गया था जो सन 1860 में यहां बड़ी खुशी और हर्ष उल्लास के सुशोभित हुआ था
चैत्र नवरात्रि पर शुभ योग
पंचक 19 मार्च से शुरू हो रहे हैं और 23 मार्च को खत्म होंगे। इस बार पंचक के साथ ही इस दिन 5 ग्रह एक साथ मीन राशि में संयोग बनाकर गोचर कर रहे होंगे। साथ ही कई शुभ योग भी इस दिन उपस्थित रहेंगे जैसे, गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, हंस योग, शुभ योग, धर्मात्मा और राज लक्षण योग भी इस दिन बना रहेगा। ऐसे शुभ संयोगों के कारण पंचक को लेकर बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
मां दुर्गा के नौ दिन
- पहला दिन 22 मार्च 2023 दिन बुधवार: मां शैलपुत्री पूजा (घटस्थापना)
- दूसरा दिन 23 मार्च 2023 दिन गुरुवार: मां ब्रह्मचारिणी पूजा
- तीसरा दिन 24 मार्च 2023 दिन शुक्रवार: मां चंद्रघंटा पूजा
- चौथा दिन 25 मार्च 2023 दिन शनिवार: मां कुष्मांडा पूजा
- पांचवां दिन 26 मार्च 2023 दिन रविवार:मां स्कंदमाता पूजा
- छठवां दिन 27 मार्च 2023 दिन सोमवार: मां कात्यायनी पूजा
- सातवं दिन 28 मार्च 2023 दिन मंगलवार: मां कालरात्रि पूजा
- आठवां दिन 29 मार्च 2023 दिन बुधवार: मां महागौरी
- 9वां दिन 30 मार्च 2023 दिन गुरुवार: मां सिद्धिदात्री
(इनपुट – हेमंत नागले)