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हमास ने तीन इजराइली बंधकों को रिहा किया, इजराइल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को करेगा आजाद, सीजफायर समझौते के तहत हुई पांचवीं अदला-बदली

तेल अवीव। गाजा युद्ध के बीच इजराइल और हमास के बीच चल रहे कैदियों की अदला-बदली समझौते के तहत शनिवार को हमास ने तीन इजराइली बंधकों को रिहा कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिहा किए गए बंधकों के नाम एली शराबी (52), ओहद बेन अमी (56) और ओर लेवी (34) हैं। इन तीनों को रेडक्रॉस को सौंप दिया गया, जो इन्हें गाजा से निकालकर इजराइल ले गई।

रिहाई के बाद जारी हुई तस्वीरों में तीनों बंधक काफी दुबले और बीमार दिख रहे हैं। इसके बदले में, इजराइल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। यह अदला-बदली 19 जनवरी को कतर में हुए सीजफायर समझौते के तहत की गई है, जो तीन चरणों में पूरा किया जाएगा।

कैसे हुई यह रिहाई

सीजफायर डील के तहत हमास और इजराइल के बीच बंधकों की पांचवीं अदला-बदली हुई है। इस समझौते के प्रभावी होने के बाद से अब तक कुल 16 इजराइली और 5 थाई नागरिकों को रिहा किया जा चुका है।

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर बड़ा हमला किया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था। इस हमले के कुछ घंटों बाद ही इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया था।

तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील

19 जनवरी से शुरू हुई यह सीजफायर डील कुल 42 दिन तक चलेगी और तीन चरणों में पूरी होगी।

पहले फेज के तहत 19 जनवरी से 1 मार्च तक पूर्ण युद्धविराम। गाजा में युद्धविराम रहेगा। हमास 33 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। इजराइल रोजाना एक इजराइली बंधक के बदले 33 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इजराइल की किसी महिला सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा।

दूसरे फेज के तहत सभी बचे बंधकों की रिहाई और बड़ा कैदी समझौता। अगर 3 फरवरी तक समझौता सही से लागू रहा, तो दूसरा फेज शुरू होगा। इस दौरान कोई हमला नहीं होगा। जिंदा बचे बाकी सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा। इजराइल 1,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जिनमें से लगभग 190 कैदी 15 साल से ज्यादा समय से जेल में हैं।

तीसरे फेज के तहत गाजा के पुनर्निर्माण की योजना शामिल है। इस चरण में गाजा को फिर से बसाने का काम किया जाएगा। इस प्रक्रिया में 3 से 5 साल का समय लग सकता है। हमास के कब्जे में मारे गए बंधकों के शव भी इजराइल को सौंपे जाएंगे।

समझौते के पीछे कतर और मिस्र की भूमिका

सीजफायर समझौते में कतर और मिस्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दोनों देशों ने हमास और इजराइल के बीच मध्यस्थता की, जिससे यह समझौता संभव हो सका। इजराइल और हमास के बीच चल रहे इस युद्ध को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है। लेकिन, यह स्पष्ट नहीं है कि तीनों चरणों के पूरा होने के बाद भी गाजा में स्थायी शांति स्थापित होगी या नहीं। क्या यह युद्धविराम स्थायी रहेगा? या फिर संघर्ष दोबारा शुरू होगा?

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