
प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट पद्मश्री नारायण देबनाथ का 97 साल की उम्र में निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार थे और कोलकाता के बेलेव्यू अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने कई बंगाली हास्य पात्रों का निर्माण किया था।
वेंटिलेटर पर थे कार्टूनिस्ट
कार्टूनिस्ट देबनाथ बंगाली कॉमिक किरदार ‘बंतुल द ग्रेट’, ‘हांडा-भोंदा’ और ‘नोंते फोंते’ के रचयिता थे। बेलेव्यू अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि पद्मश्री से सम्मानित देबनाथ ने मंगलवार सुबह 10 बजकर करीब 15 मिनट पर आखिरी सांस ली। उन्हें 24 दिसंबर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर प्रणाली पर थे।
सीएम ने जताया शोक
सीएम ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए कहा, “अत्यंत दुख की बात है कि प्रख्यात साहित्यकार, चित्रकार, कार्टूनिस्ट और बच्चों की दुनिया के लिए कुछ अमर चरित्रों के निर्माता नारायण देबनाथ नहीं रहे। उन्होंने बंटुल द ग्रेट, हांडा-भोंडा, नॉनटे-फोंटे, ऐसे कार्टून बनाए थे जो दशकों से हमारे दिलों में अंकित हैं।”
Extremely sad that the noted litterateur, illustrator, cartoonist, and creator of some immortal characters for children's world, Narayan Debnath is no more. He had created Bantul the Great, Handa- Bhonda, Nonte- Fonte, figures that have been etched in our hearts for decades.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 18, 2022
साल 2013 में बंग विभूषण से किये गए थे सम्मानित
ममता बनर्जी ने लिखा, “हमें उन्हें 2013 में बंगाल के सर्वोच्च पुरस्कार बंग विभूषण से सम्मानित करते हुए गर्व हो रहा था। उनका निधन निश्चित रूप से साहित्यिक रचनात्मकता और कॉमिक्स की दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों, पाठकों और अनगिनत प्रशंसकों और अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।”