
हैदराबाद/भोपाल। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) ग्रुप की कंपनी आईकॉम (ICOMM) ने भारत के रक्षा निर्माण (डिफेंस मेन्युफैक्चरिंग) और विकास की सफलता की कहानी में मंगलवार को एक और बड़ी छलांग लगाई। 21 फरवरी, 2023 को कंपनी ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की कंपनी कैराकल (EDGE group) के साथ तकनीकी हस्तांतरण के लिए साझेदारी और समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह पहला मौका है, जब किसी भारतीय कंपनी ने छोटे हथियारों की मेन्युफैक्चरिंग की तकनीक के हस्तांतरण का समझौता किया है।
अब भारत में बनेंगे यह हथियार
इस समझौते के बाद आईकॉम कैराकल (Caracal) के साथ ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत भारत के लिए छोटे हथियारों की पूरी रेंज का प्रोडक्शन करेगी। इनका प्रोडक्शन हैदराबाद में होगा। इनमें लोकप्रिय कैराकल ईएफ पिस्टल, आधुनिक सीएमपी 9 सब मशीन गन, सीएआर 814, सीएआर 816 और सीएआर 817 सामरिक राइफलें, सीएआर 817 डीएमआर सामरिक स्नाइपर राइफल, सीएसआर -50 शामिल हैं। इनमें अलावा सीएसआर 338, CSR 308 बोल्ट एक्शन स्नाइपर राइफल और CSA 338 सेमी-ऑटोमैटिक स्नाइपर राइफल का निर्माण भी आईकॉम करेगी।
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रक्षा के क्षेत्र में हो रहे आत्मनिर्भर
आईकॉम के प्रमुख सुमंत पी ने कहा कि भारत का रक्षा उद्योग अपनी निर्माण क्षमताओं को विकसित करने के लिए एक नियोजित मार्ग पर बढ़ रहा है। कैराकल के साथ समझौता रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की भारत की महत्वाकांक्षा के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि छोटे हथियारों के उत्पादन में प्रवेश करना हमारे लिए गर्व का क्षण है। कैराकल के सीईओ हमद अल अमेरी ने कहा कि हम इंजीनियरिंग और रक्षा सहित कई क्षेत्रों में समाधान प्रदान करने वाली कंपनी आईकॉम की क्षमताओं के कारण उनके साथ साझेदारी कर रहे हैं।
मिसाइल सिस्टम की बड़ी निर्माता है आईकॉम
हैदराबाद स्थित आईकॉम की यूनिट में में कैराकल के छोटे हथियारों की पूरी रेंज का प्रोडक्शन होगा। आईकॉम मिसाइलों और इसकी उप-प्रणालियों के साथ-साथ संचार और ईडब्ल्यू सिस्टम, रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, कंपोजिट, युद्ध सामग्री, कमांड कंट्रोल सेंटर, यूएवी, एंटेना, सैन्य बंकर्स , ड्रोन और काउंटर-ड्रोन सिस्टम के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है, जबकि 2007 में स्थापित, कैराकल को पिस्टल निर्माण में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। यह कंपनी सबमशीन गन, असॉल्ट रायफल और स्नाइपर राइफलों का भी निर्माण करती है।
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