ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान से लगी सीटों पर महिलाओं की बंपर वोटिंग

72 सीटों पर महिलाओं की 80 फीसदी से अधिक वोटिंग, इनमें से आदिवासी बहुल की 24 सीटें भी शामिल

अशोक गौतम-भोपाल। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान सीमा से लगी सीटों पर महिलाओं ने सबसे ज्यादा वोटिंग की है। प्रदेश की 72 सीटों पर महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 80 फीसदी से अधिक रहा है, जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान की सीमा से लगी विधानसभा सीटें 65 से ज्यादा हैं। सैलाना, केवलारी और बरघाट विधानसभा में तो महिलाओं ने 87 फीसदी से अधिक वोटिंग की है। छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, रतलाम और नीमच जिले में विधानसभा सीटों में सर्वाधिक महिलाओं की वोटिंग हुई है।

अगर हम आदिवासी बहुल 47 सीटों की बात करें तो तो 24 पर महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत सबसे ज्यादा रहा है। ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में अस्सी फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है। विंध्य, बुंदेलखंड और महाकोशल के कुछ क्षेत्रों में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत कम रहा है। हालांकि विंध्य और बुंदेलखंड के कई विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरुष से ज्यादा वोट डाले हैं।

32 विधानसभा सीटों में महिला वोटिंग प्रतिशत कम

प्रदेश की 32 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत कम रहा है। इसमें विंध्य, मध्य भारत का भोपाल, मालवा का इंदौर और महाकोशल के जबलपुर शहर की सीटें शामिल हैं। सबसे कम महिलाओं की वोटिंग 52 फीसदी जोबट में हुई है। भोपाल जिले की मध्य, दक्षिण, गोविंदपुरा, उत्तर का नाम है। जबलपुर, और इंदौर के शहरी क्षेत्रों की सीटों में भी मतदान का प्रतिशत 70 से कम है। रीवा, सतना और सिंगरौली जिले की कई सीटें भी इसमें शामिल हैं।

यहां पर मिला-जुला असर

कटनी, पन्ना, दमोह, रायसेन, हरदा सहित प्रदेश के डेढ़ दर्जन जिलों की करीब तीस सीटों पर महिला और पुरुष की वोटिंग में बहुत ज्यादा अंतर नहीं देखा रहा। इन विधानसभा में महिला और पुरुष का वोटिंग प्रतिशत 70 से लेकर 80 फीसदी रहा है।

अधिक वोटिंग वाली 5 सीटें

सैलाना         88.87
केवलारी      88.77
बरघाट        88.12
अमरवाड़ा    87.81
परसवाड़ा     87.62

कम वोटिंग वाली महिला सीटें

जोबट             52.49
भोपाल मध्य     59.54
भोपाल दक्षिण   59.66
गोविंदपुरा        63.03
झाबुआ            64.46

जागरुकता से बढ़ी वोटिंग

सौ फीसदी घरों में मतदाता पार्टी पहुंचाने की व्यवस्था की गई। मतदाता जागरुकता चलाने के साथ ही जो मतदाता दूसरी जगह चले गए हैं अथवा मृत हो गए हैं, उनका नाम सूची से हटाया। इसके चलते जिले का मतदान का प्रतिशत बढ़ा है। -क्षितिज सिंघल, कलेक्टर सिवनी

संबंधित खबरें...

Back to top button