मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और अन्य तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान विधानसभा के प्रमुख सचिव ए.पी. सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को सत्र के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बैठक में यह भी सुनिश्चित किया गया कि बजट पेश करने के दौरान सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से संचालित हों।
बजट सत्र के पहले दिन यानी 10 मार्च को राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जिसमें वे सरकार की नीतियों और उपलब्धियों का उल्लेख करेंगे। इसके बाद 12 मार्च को डिप्टी सीएम एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा मोहन सरकार का दूसरा बजट पेश करेंगे। इस दौरान सदन में राज्य की आर्थिक स्थिति, नई योजनाओं और वित्तीय प्रावधानों पर चर्चा होगी।
इस बजट सत्र के दौरान विधायकों ने सरकार से कुल 2939 सवालों के जवाब मांगे हैं। इनमें 1785 ऑनलाइन और 1154 ऑफलाइन प्रश्न शामिल हैं। 1448 प्रश्न तारांकित (जिस पर मौखिक चर्चा हो सकती है) और 1491 अतारांकित (जिसका लिखित उत्तर दिया जाएगा) हैं। मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि इन सभी सवालों के जवाब समय पर प्रस्तुत किए जाएं।
बजट सत्र के दौरान होली और रंगपंचमी जैसे प्रमुख त्योहार पड़ रहे हैं, जिससे कार्यवाही की व्यस्तता बनी रहेगी। इसके अलावा, इस बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के कारण सत्र की तारीख को 15 दिन आगे बढ़ाया गया, जिस पर कांग्रेस पहले ही विरोध जता चुकी है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने राजनीतिक कारणों से बजट सत्र को टाला है।
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