भारतीय सेना के विशेष अधिकारी NSG के ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने रविवार को राजस्थान के बंदी के राजा के रूप में पदभार ग्रहण किया है। बता दें पाग समिति के प्रवक्ता अरिहंत सिंह को हाड़ा राजपूत राजवंश के नए प्रमुख का चयन करने के लिए नियुक्त किया गया था। वहीं पाग समिति के संयोजक शक्ति सिंह रामपुरिया के अनुसार, इस पद के लिए कई दावेदार थे लेकिन योग्य उत्तराधिकारी के रूप में ब्रिगेडियर भूपेश को पाग का हकदार माना गया है।
Indian Army’s Special Forces officer Brigadier Bhupesh Singh Hada of NSG today took over as the titular Maharao Raja of Hada Rajput clan of Bundi in Rajasthan: Arihant Singh, spokesperson of Paag Committee appointed to select the new head of Hada Rajput clan pic.twitter.com/Wt3WvbJl9C
— ANI (@ANI) December 12, 2021
शौर्य चक्र से सम्मानित हैं भूपेश सिंह
आपको बता दें की बूंदी के हाड़ा राजाओं को महाराव राजा की उपाधि हासिल थी। इनसे पहले बूंदी के 25 राजा हुए हैं। महाराव राजा रणजीत सिंह का 2010 में निधन हो गया था। इसके बाद से राजगद्दी सूनी पड़ी थी। पाग समिति एक साल से राज्याभिषेक के लिए योग्य उत्तराधिकारी तलाश रही थी। बता दें ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।
Brigadier Bhupesh Singh Hada was elected as new head of Hada Rajputs after a proper ceremony known as Paag ki Dastur, with consent of 108 of 118 old Thikanedars & Jagirdars of the erstwhile Bundi princely State: Arihant Singh
— ANI (@ANI) December 12, 2021
12 साल बाद बांधी गई पगड़ी
ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा को पाग समिति बूंदी ने 26वां महाराव राजा घोषित करते हुए पाग बांधने का फैसला लिया। बता दें कि बूंदी के पूर्व राजघराने की पाग का मसला 12 साल से सुलझ नहीं रहा था। वहीं पाग समिति का दावा है कि उसके पास 118 ठिकानों में से, 108 ठिकानों का लिखित सहमति पत्र है। ब्रिगेडियर भूपेश हाडा शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल विजेता हैं। ब्रिगेडियर रैंक पर पहुंचने वाले, एवरेस्ट फतेह करने वाले पहले शख्स हैं।