जयपुर। राजस्थान पुलिस ने मुठभेड़ के बाद चित्तौड़गढ़ जिले में एक पिकअप वाहन से 10 क्विंटल से ज्यादा अफीम डोडा चूरा बरामद कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, जब्त डोडा चूरा की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपए आंकी गई है। एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि बिजयपुर थाना पुलिस और विशेष पुलिस टीम ने बीती रात पालछा तिराहे पर नाकाबंदी कर रखी थी, जिस दौरान तेजी से आ रही एक कार बैरिकेट से टकरा गई और उसका चालक उतर कर भाग गया।
कार के पीछे एक पिकअप वाहन आ रहा था जिसमें तीन व्यक्ति बैठे हुए दिखे और पुलिस को देख वे वाहन से उतरकर भागने लगे। जोशी के मुताबिक, सिपाही जब उन्हें पकड़ने के लिए जाने लगे तो एक व्यक्ति ने भागते हुए पिस्तौल और 12 बोर की बंदूक से पुलिस पर गोलीबारी कर दी जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी गोलीबारी की। पुलिस ने मौके पर पिकअप की तलाशी ली तो उसमें 55 प्लास्टिक के कट्टों में 10 क्विंटल 40 किलो 820 ग्राम अफीम डोडा चूरा मिला एवं 12 बोर बंदूक का एक खाली खोखा व 11 कारतूस मिले।
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लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर हादसा, दंपति समेत तीन की मौत
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र में बुधवार को हादसा हो गया। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर एक कार के पलटने से उसमें सवार नेपाल निवासी पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि दो अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि नेपाल के हटिया हथौड़ा निवासी केदार प्रसाद अधिकारी और उनकी पत्नी सीता कुमारी अपने तीन अन्य साथियों के साथ लखनऊ से आगरा जा रहे थे। हौंडा मोबिलियो कार केदार प्रसाद अधिकारी चला रहे थे। करहल थाना क्षेत्र में चालक को छपकी आने से कार अनियंत्रित होकर पलट गई। केदार प्रसाद और सीता कुमारी व एक अन्य महिला की मौत हो गई। कार सवार दो अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मणिपुर के तेंगनौपाल जिले में हथियार, गोला-बारूद बरामद
इंफाल। मणिपुर के तेंगनौपाल जिले में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान के दौरान हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने एक बयान में कहा कि समुकोम क्षेत्र से दो पिस्तौल, तीन स्थानीय रूप से निर्मित तोपें (पोंपी), 7.62 मिमी के आठ कारतूस, पिस्तौल के दो कारतूस, 9 आईईडी, आठ ग्रेनेड, 36 हैंड ग्रेनेड और दो वॉकी-टॉकी सेट बरामद किए गए। सुरक्षा एजेंसियां म्यांमार के साथ सीमा साझा करने वाले तेंगनौपाल जिले को अवैध हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी का प्रमुख मार्ग मानती है, जहां के घने जंगल अक्सर ऐसी गतिविधियों के लिए छिपने के स्थान के रूप में कारगर साबित होते हैं।