नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन देश के केंद्रीय संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। सरकार ने गुरुवार को इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसके मुताबिक, सुबह से लेकर दोपहर ढाई बजे तक सरकारी कार्यालयों और स्कूल-कॉलेज में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। ताकि लोग रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लाइव देख सकें।
मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों को जारी आदेश में कहा, “अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न 22 जनवरी 2024 को पूरे भारत में मनाया जाएगा। इस उत्सव में कर्मचारी भाग ले सकें, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि पूरे भारत में केंद्र सरकार के सभी कार्यालय, केंद्रीय संस्थान और केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठान 22 जनवरी 2024 को दोपहर ढाई बजे तक आधे दिन के लिए बंद रहेंगे।”
इसके अलावा 5 राज्यों में दिनभर का अवकाश रहेगा। इनमें UP, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा शामिल हैं। 7 राज्यों में ड्राई डे पर शराब की बिक्री नहीं होगी। वहीं राजस्थान सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग 18 जनवरी को होगी, जिसमें 22 जनवरी को सरकारी अवकाश को लेकर फैसला होगा।
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जम्मू-कश्मीर में LoC के पास बारूदी सुरंग में विस्फोट, एक जवान शहीद
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में LOC पर बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना का एक जवान शहीद हो गया। इस विस्फोट में 2 जवान घायल हुए थे, जिनमें एक ने दम तोड़ दिया। वहीं दूसरा जवान अस्पताल में भर्ती है। इस बीच सेना ने इलाके की घराबंदी कर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। घटना सुबह करीब 10:30 बजे 80वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड के तहत 17वीं सिख लाइट बटालियन के जिम्मेदारी क्षेत्र (एओआर) में फॉरवर्ड डिफेंस लाइन (एफडीएल) से लगभग 300 मीटर की दूरी पर हुई।
ठाणे में केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट, एक कर्मचारी की मौत
ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे में बदलापुर की एक केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। जिसमें एक कर्मचारी की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। ठाणे नगर निगम के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तड़वी ने बताया कि, घटना गुरुवार सुबह करीब 4.30 बजे एक औद्योगिक क्षेत्र में हुई। फैक्ट्री खारवई महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम क्षेत्र में स्थित है। वहीं मृत कर्मचारी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है और विस्फोटों का कारण भी अभी पता नहीं चल पाया है।