
बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर और डायरेक्टर मनोज कुमार का 87 वर्ष की उम्र में शुक्रवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। कहा जा रहा है कि वह लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।
देशभक्ति फिल्मों के लिए थे मशहूर
मनोज कुमार का असली नाम हरिकिशन गिरि गोस्वामी था। लेकिन वह ‘भारत कुमार’ के नाम से मशहूर थे। उन्होंने ‘शहीद’ (1965), ‘उपकार’ (1967), ‘पूरब और पश्चिम’ (1970), ‘रोटी कपड़ा और मकान’ (1974) और ‘क्रांति’ (1981) जैसी देशभक्ति फिल्मों में काम किया है।
60-70 के दशक में थे सुपरस्टार
1957 में फिल्म ‘फैशन’ से करियर की शुरुआत करने वाले मनोज कुमार 1960 और 1970 के दशक के सबसे पसंदीदा एक्टर्स में से एक थे। उन्होंने लगभग 55-60 फिल्मों में काम किया। साथ ही करीब 8 फिल्मों का डायरेक्शन भी किया।
इसके साथ भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को देखते हुए 1992 में पद्मश्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया।
ऐसे बना हरिकिशन से ‘मनोज कुमार’
मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को ऐबटाबाद (अब पाकिस्तान) में हुआ था। भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद उनका परिवार दिल्ली आ गया। फिल्मों में उनकी गहरी रुचि थी और वह दिलीप कुमार से खासे प्रभावित थे। उनकी फिल्म ‘शबनम’ के किरदार ‘मनोज’ से प्रेरित होकर उन्होंने अपना नाम बदल लिया और आगे चलकर बॉलीवुड में ‘भारत कुमार’ के नाम से अमर हो गए।
मनोज कुमार का जाना फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका योगदान और उनकी देशभक्ति की भावना हमेशा याद की जाएगी।