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भोपाल की शिल्पा अमेरिका में निभाएंगी सीता का किरदार

टेलीविजन पर ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ शो, से अपना सफर शुरू करने वाली शिल्पा रायजादा होली मनाने भोपाल आई थीं। इस दौरान उन्होंने आईएम भोपाल से अपने कॅरियर और अमेरिका में होने जा रहे उनके शो के बारे में बात की। शिल्पा ने कहा ‘जय श्रीराम-रामायण’ एक संगीतमय नाटक को अमेरिका से बुलावा आया है और अप्रैल में हम अमेरिका के 10 से ज्यादा शहरों में इस नाटक की प्रस्तुति देंगे। यह नाटक ‘महाभारत’ में दुर्योधन की भूमिका निभाने वाले अभिनेता पुनीत इस्सर के बेटे सिद्धांत इस्सर द्वारा लिखित और निर्देशित है। मैं इस नाटक में सीता का किरदार निभा रही हूं वहीं सिद्धांत इस्सर ने इसमें राम का रोल निभाया है। एक्टर पुनीत इस्सर इसमें रावण की भूमिका निभा रहे हैं। इस संगीतमय नाटक के अभी तक लगभग 25 शो हो चुके हैं। इसके 15 शो में मैंने सीता माता का रोल किया है। यह मेरे लिए देवी के वरदान जैसा है क्योंकि मुझे इन नाटक के माध्यम से देश-दुनिया के दर्शकों की प्रतिक्रिया लाइव देखने को मिलती है।

नेटफ्लिक्स पर आएगी डॉक्यूमेंट्री

इंडस्ट्री में इस समय काम की कमी नहीं है लेकिन जिस तरह का काम टीवी पर मिलता है, अब वो मुझे उतना स्तरीय नहीं लगता। इंडस्ट्री में मुझे 12 साल से ज्यादा का समय हो गया है तो अब कुछ भी कर लूं, ऐसी स्थिति नहीं है। अब कमाई के नहीं बल्कि काम दिखाने के लिए काम कर रही हूं। वेब सीरीज में भी आॅफर मिल रहे हैं लेकिन मैं कुछ ऐसा नहीं कर सकती जिससे मुझे बाद में खुद बुरा लगे। हालांकि नेटफ्लिक्स पर मेरी एक डॉक्यूमेंट्री आने वाली है और अब मैं खुद का प्रोडक्शन हाउस शुरू करने की प्लानिंग कर रही हूं।

अमेरिका में ढाई घंटे का होगा यह म्यूजिकल ड्रामा

शिल्पा कहती हैं, इस नाटक में रामायण की पूरी कहानी को लाइव एक्शन और नृत्य के साथ ढाई घंटे में संक्षिप्त रूप में दिखाया जाएगा, हालांकि यह नाटक 3.30 घंटे का है लेकिन अमेरिका में मंचन के लिए हमने इसे ढाई घंटे में कवर किया है। इन दिनों में कुछ डॉक्यूमेंट्री भी कर रही हूं। परिवार अब भोपाल में ही रहता है हालांकि मेरा आना कम होता है। इस बार विदेश यात्रा पर जाना है इसलिए परिवार के साथ होली मनाने आई हूं। मैं जब भी भोपाल आती हूं तो अपने कॉलेज एमवीएम, रवींद्र भवन परिसर, बड़ी झीलें और मानव संग्रहालय जरूर जाती हूं क्योंकि यहां जाकर पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं और नई भी बन जाती हैं।

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