भोपाल। देशभर में ठंड ने दस्तक दे दी है। मध्य प्रदेश में भी सर्द हवाओं का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में जानवरों को ठंड से बचाने के लिए भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में भी तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं। बढ़ती सर्दी लोगों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी हानिकारक होती है। ऐसे में इन बेजुबान जानवरों को सर्दी में किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े इसका भी प्रबंधन द्वारा पूरी तरह से ध्यान रखा जाता है। नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर एसके सिन्हा ने बताया कि, पार्क प्रबंधन समय-समय पर मौसम को ध्यान में रखते हुए पार्क में व्यवस्थाएं करता है।
वन विहार किसी भी राजधानी के बीचों बीच में पहला नेशनल पार्क है। यहां शेर, टाइगर, भालू, हिरण, लकड़बग्घा, तेंदुआ, मगर-घड़ियाल, चीतल, सांभर, मोर, जंगली सुअर, लंगूर समेत कई जानवर हैं। इन्हीं को ठंड से बचाने के लिए अब वन विहार प्रबंधन ने कवायद शुरू कर दी है। जंगली जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए पार्क के अंदर बने बाड़ों में रूम हीटर और मोटे पर्दे जल्द ही लगाए जाएंगे।
जानवरों को ठंड से बचाने के लिए व्यवस्थाएं
- वन विहार नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर एसके सिन्हा ने बताया कि, वन विहार नेशनल पार्क में बाड़े में बंद जानवरों को ठंड से बचाने के लिए मोटे पर्दे लगाए जाते हैं। जानवरों के हाउस के गेट और खिड़कियों में पर्दे लगाए जाते हैं, ताकि ठंडी हवा अंदर ना आए। इसके साथ ही हर बाड़े के सामने एक ब्लोअर लगा दिए जाते हैं, ताकि अंदर गर्माहट बनी रहे।
- ठंड के समय जानवर धूप ज्यादा पसंद करते हैं, ऐसे में उस समय उन्हें बाहर धूप में ज्यादा टाइम रखा जाता है। आमतौर पर जानवरों को 3 से 5 घंटे के लिए धूप में रखा जाता है, जबकि ठंड में इस अवधि को बढ़ाकर 5 से 6 घंटे कर दिया जाता है।
- डॉक्टर्स की सलाह पर ठंड के समय कुछ जानवरों की डाइट में बदलाव किया जाता है। उनकी डाइट बढ़ा दी जाती है।
- कछुओं को हीट ज्यादा चाहिए होती है। उनके सेल को चारों तरफ से बंद कर दिया जाता है और अंदर ज्यादा हीट पैदा करने वाले बल्ब लगाए जाते हैं, ताकि गर्माहट बनी रहे।
पिछले साल बाड़े में इतने थे जानवर
जानवर | संख्या |
सिंह | 03 |
बाघ | 12 |
सफेद बाघ | 01 |
तेंदुआ | 10 |
भालू | 20 |
हायना | 01 |
मगरमच्छ | 11 |
बायसन | 02 |
पहाड़ी कछुआ | 24 |
जलीय कछुआ | 34 |
घड़ियाल | 03 |
पिछले साल खुले में घूमने वाले जानवरों की संख्या
जानवर | संख्या |
चीतल | 478 |
सांभर | 382 |
नीलगाय | 82 |
जंगली सुअर | 96 |
मोर | 114 |
सियार | 66 |
लंगूर | 72 |
काला हिरण | 77 |
बारासिंगा | 11 |
सेही | 01 |
चिंकारा | 03 |
खरगोश | 01 |