भोपाल। शहर के पटेल नगर में एक ही परिवार के पांच लोगों ने जहरीला पर्दाथ खाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया। जहरीला पर्दाथ पीने के बाद उपचार के दौरान अस्पताल में पोती और दादी की मौत हो गई। परिवार ने जहर पीने से पहले अपने घर के पालतू श्वान को जहर दिया था। बता दें कि परिवार का मुखिया संजीव जोशी पेशे से मैकेनिक है।
सोशल मीडिया पर डाला वीडियो
जानकारी के अनुसार परिवार की दोनों बेटियां ऐनिमल लवर थी। उन्हें लगा की हमारे जाने के बाद इनका क्या होगा, इसलिए उन्होंने पहले अपने पालतू श्वान को जहर दे दिया। श्वान के मरने के बाद पूरे परिवार ने जहर पी लिया। वहीं मरने के पहले उन्होंने दीवार पर सुसाइड नोट लिखा और इसका एक वीडियो भी बनाया। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘वह मजबूरी में यह कदम उठा रहे हैं, हमें इंसाफ चाहिए।’ वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया पर डाला।
वीडियो सामने आने के बाद हरकत में आई पुलिस
वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई। जब पुलिस उनके घर पहुंची, तो सभी गंभीर हालत में मिले थे। संजीव जोशी (47) उनकी मां नंदनी जोशी(67), पत्नी अर्चना(45 ), बड़ी बेटी ग्रीषमा जोशी(19) और छोटी बेटी पूर्वी जोशी (16) बेसुध पड़े हुए थे। सभी को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शुक्रवार सुबह पूर्वी की मौत हो गई और कुछ देर बाद मां नंदनी ने भी दम तोड़ दिया।

दीवार पर लिखा- हम बुजदिल नहीं मजबूर हैं
परिवार ने मरने से घर की दीवार पर सुसाइड नोट लिखा। नोट में लिखा, हमें इंसाफ चाहिए, हम बुजदिल नहीं मजबूर हैं। हमारी मौत के लिए यह जिम्मेदार हैं। इस तरह से घर की दीवारों पर लिखा गया है। इसका उन्होंने वीडियो भी बनाया। इसमें परिवार के साथ घर के अंदर बैठे नजर आ रहे हैं। वीडियो में मारे हुए श्वान को भी दिखाया गया है। लिखे नाम की पुलिस जांच कर रही है। बता दें की घर की दीवारों पर कुछ आवेदन भी चस्पा किए गए हैं जिनकी संख्या करीब 13 है।
मकान के लिए कर्ज लिया था
पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि संजीव ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। इसमें उनके ही घर में किराए से रहने वाली एक महिला से भी करीब 2 लाख रुपए उधार लिया था। महिला अपनी बेटी के साथ उनके घर में दो दिन पहले तक किराए से रह रही थी। उसे अपनी बेटी की शादी करना था, इसलिए वह रुपए मांग रही थी। इसके साथ ही संजीव ने कई लोगों से भी उधार ले रखे थे। बताया जाता है कि उन्होंने यह रुपए करीब पांच साल पहले मकान बनाने के लिए उधार लिए थे।