भोपाल। गणेशोत्सव में पंडालों और घरों में विराजित भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो गया है। 19 सितंबर को भाद्रपद की अनंत चतुर्दशी तिथि को विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया है। ज्योतिषाचार्य विष्णु राजौरिया के अनुसार अनंत चतुर्दशी पर इस बार मंगल, बुध और सूर्य एक साथ कन्या राशि में विराजमान होने से मंगल बुधादित्य योग बन रहा है। इसमें पूजा-अर्चना महालाभकारी होती है। पूजन मुहूर्त 19 सितंबर को सुबह 6.07 बजे से लेकर 20 को सुबह 5.30 बजे तक रहेगा।
गणेश विसर्जन की पूजा विधि
गणपति विसर्जन से पहले ध्यान रखें कि बप्पा को नए वस्त्र पहनाएं। पूजा के दौरान एक रेशमी कपड़े में मोदक, पैसा, दूर्वा घास और सुपारी बांधकर उस पोटली को बप्पा के साथ में रख दें। इसके बाद गणपति की आरती करें और उनसे आपके द्वारा की गई गलतियों की क्षमा मांगे। इसके बाद बप्पा को मान-सम्मान के साथ पानी में विसर्जित करें।
घाटों पर विसर्जन के दौरान निगम अमला रहेगा मुस्तैद
गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए नगर निगम ने 15 जगह बंदोबस्त किए हैं। यहां निगम अधिकारियों की निगरानी में प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। प्रतिमाएं विसर्जन स्थलों तक पहुंचाने 22 वाहन लगाए गए हैं। निगम प्रशासन ने चौराहों पर कुंड की व्यवस्था की है। वहीं, प्रेमपुरा, खटलापुरा, रानी कमलापति घाट, शाहपुरा, बैरागढ़, हथाईखेड़ा तथा मालीखेड़ी में भी विसर्जन होगा। कंट्रोल
रूम बनाकर लोगों से फोन नं.0755- 2542222, 2701401, 2540220 पर सहयोग लेने की अपील की है।