
अनुज मैना- राजधानी के पहली बार होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) को लेकर जोरों से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इंवेस्टर्स समिट का आयोजन 24 और 25 फरवरी को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में किया जाएगा। समिट में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए मानव संग्रहालय, बोट क्लब, राजभवन, पॉलीटेक्निक चौराहा, रोशनपुरा चौराहा के आसपास पेंटिंग की जा रही है। भोपाल के अलावा डिंडोरी, झाबुआ, मंदसौर सहित प्रदेश के अन्य इलाकों से आए आर्टिस्ट्स दीवारों पर भील, गोंड व मांडना पेंटिंग तैयार कर रहे हैं। इसके जरिए डेलीगेट्स को जनजातीय संस्कृति से परिचित कराया जाएगा।
आदिवासी संस्कृति, परंपरा व जनजीवन की झलक
शहर के विभिन्न हिस्सों में दीवारों प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए आर्टिस्ट पेंटिंग बना रहे हैं। इनमें पशु-पक्षियों के साथ ही नेचर पेंटिंग्स बनाई जा रही हैं। इसके साथ ही आदिवासियों की संस्कृति, परंपराओं और जन-जीवन को भी इन पेंटिंग्स में दिखाया जा रहा है।
मंदसौर के तीन आर्टिस्ट बना रहे गोंड पेंटिंग
अपने तीन साथियों के साथ मंदसौर जिले के गरोठ ने आया हूं। दीवारों पर गोंड पेंटिंग करने के निर्देश मिले हैं। इनमें हम देवी-देवताओं, गोंड परंपराएं और संस्कृति को दीवारों पर रंगों के जरिए तैयार कर रहे हैं। हमने बाणगंगा चौराहा से लेकर पॉलीटेक्निक चौराहा तक काम किया है। -ईश्वर गौर, मंदसौर
बोट क्लब रोड पर पेंटिंग्स में दिखेगी भील संस्कृति
मैं अपनी पत्नी के साथ बोट क्लब पर भीली पेंटिंग कर रहा हूं । जिनमें भीली संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इनमें पेड़-पौधों के साथ ही मछली, मोर, हिरण सहित अन्य पशु-पक्षियों की आकृति तैयार की गई हैं। – बाबू भील, झाबुआ