
भोपाल। राजधानी का भारत टॉकिज रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) जर्जर हो चुका है। बुधवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ब्रिज का निरीक्षण किया। मंत्री सारंग ने कहा कि रिपेयरिंग होने के बाद ये पुल अगले 25 सालों के फिर तैयार हो जाएगा। भारत टॉकीज आरओबी का निर्माण 1974 में किया गया था।
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25 साल के लिए फिर तैयार हो जाएगा पुल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बुधवार को भोपाल शहर में भारत टॉकीज रेलवे ओवर ब्रिज का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि भोपाल शहर में बस स्टेशन एवं पुराने शहर को रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म क्रं.-एक से जोड़ने वाले भारत टॉकीज रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण वर्ष 1974 में किया गया था। अब ब्रिज के विशेष मरम्मत कार्य से ब्रिज लगभग 25 साल के लिए पुन: तैयार हो जाएगा। ब्रिज के मरम्मत कार्य पर लगभग ढ़ाई से तीन करोड़ रुपए खर्च होगा।
ट्रेफिक किया जाएगा डायवर्ट
मंत्री सारंग ने बताया कि ब्रिज की रिपेयरिंग के कारण कुछ समय के लिए ट्रेफिक डायवर्ट किया जाएगा। ट्रेफिक पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी ट्रैफिक डायवर्सन का बना रहे हैं। जिससे रिपेयरिंग वर्क के दौरान ट्रैफिक चलता रहे। सारंग ने बताया कि अशोका गार्डन की 80 फीट रोड और सुभाष नगर आरओबी से ट्रैफिक व्यवस्था सुधरी हुई है। बरखेड़ी के नजदीक अंडरपास का अतिक्रमण हटने से भी ट्रैफिक मूवमेंट सुधरेगा।
ब्रिज के नीचे से अतिक्रमण हटाने के निर्देश
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भारत टॉकीज आरओबी के नीचे बने गो-डाउन को खाली कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 2 दिन के अंदर अतिक्रमण किए गए क्षेत्र को मुक्त करवाया जाए।
पुल के बियरिंग और पेडस्टल क्षतिग्रस्त
इंजीनियरों ने बताया कि पुल अधिक पुराना होने के कारण उसके बियरिंग एवं पेडस्टल क्षतिग्रस्त हो गए है। साथ ही राइडिंग की स्थिति भी खराब है। पुल के सभी बियरिंग एवं पेडस्टल का कार्य किया जाएगा। वहीं राइडिंग सरफेस को ठीक करने के लिए वर्तमान सरफेस को डिस्मेंटल कर नया सरफेस मास्टीक एसफाल्ट से किया जाएगा। एस्पान्सन ज्वाइंट का रख-रखाव भी किया जाण्गा। इसके अतिरिक्त फुटपाथ पर लगे पेविंग ब्लाक हटाकर नया सरफेस बनाया जाना प्रस्तावित है। ये कार्य को पूर्ण करने के लिए 8 माह का समय निर्धारित किया गया है।