नई दिल्ली। भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को ब्रिटेन, सऊदी अरब समेत कई देशों के बाद अब ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने भी मान्यता दे दी है। भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त, बैरी ओ’फेरेल एओ ने यह जानकारी दी। अब जिन भारतीयों को कोवैक्सिन की दोनों डोज लग चुकी है, वो ऑस्ट्रेलिया की यात्रा कर सकेंगे। ऑस्ट्रेलिया सरकार की ओर से कोवैक्सीन को यह ग्रीन सिग्नल ऐसे वक्त में मिला है, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन से मंजूरी के लिए देसी टीके को कई सप्ताह से इंतजार है। इस वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ और जानकारी की मांग की है। वहीं चीन की सिनोवैक और सिनोफॉर्म को 40 से भी कम दिनों में अप्रूवल मिल गया था।
WHO से 3 नवंबर को मिल सकती है मंजूरी
इसी साल 19 अप्रैल को ही भारत बायोटेक की ओर से वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के समक्ष आवेदन किया गया था। इस टीके को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर तैयार किया था। वहीं वैश्विक संस्था का कहना है कि कुछ और जानकारी की जरूरत है। उसके आधार पर ही वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर मंजूरी दी जा सकती है। इससे पहले 26 अक्टूबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मीटिंग थी, जिसमें कोवैक्सीन को मंजूरी दिए जाने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब 3 नवंबर को WHO की मीटिंग होने वाली है। इस बैठक में भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है।
Australian Government recognises Bharat Biotech's Covaxin for the purpose of establishing a traveller's vaccination status: Australia’s High Commissioner to India, Barry O’Farrell AO pic.twitter.com/yMXenctRbg
— ANI (@ANI) November 1, 2021
इन दो वैक्सीन को ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने दी मान्यता
ऑस्ट्रेलियाई सरकार के स्वास्थ्य विभाग थैरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (TGA) ने सोमवार को भारत की कोवैक्सीन और चीन की सिनोफार्म कंपनी की BBIBP-CorV वैक्सीन को मान्यता देने का फैसला लिया है। ऑस्ट्रेलिया ने कोवैक्सीन लगवाने वाले 12 साल और इससे अधिक उम्र के लोगों को प्रवेश करने की अनुमति दी है। वहीं BBIBP-CorV कोविड वैक्सीन लगवाने वाले 18 से 60 साल के लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई है।
किन वैक्सीन को मिली है मंजूरी?
इससे पहले टीजीए ने 1 अक्टूबर को सलाह दी थी कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोरोवैक और कोविशील्ड वैक्सीन को भी ‘मान्यता प्राप्त वैक्सीन’ माना जाए। यानी ऐसा माना जाएगा कि जिन लोगों ने ये दोनों वैक्सीन लगवाई हैं, उनका टीकाकरण पूरा हो गया है। वर्तमान में सरकारी एजेंसी की मान्यता प्राप्त वैक्सीन की सूची में फाइजर, एस्ट्राजेनेका, कोविशील्ड, स्पाइकवैक्स, जैनसन और कोरोनावैक का नाम शामिल है।