
उज्जैन। भगवान महाकालेश्वर की भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी में कल सोमवार को बाबा महाकाल चंद्रशेखर स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देंगे। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने बताया कि भाद्रपद माह की प्रथम सवारी 4 सितंबर को निकलेगी। श्रावण मास के 8 सोमवार के बाद कल भाद्रपद मास की पहली सवारी में महाकाल राजसी ठाट-बाट के साथ प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

इन स्वरूप में प्रजा का हाल जानने निकलेंगे महाराज
इस दौरान पालकी में चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, घटाटोप मुखोटा, रथ पर जटाशंकर, रुद्रेश्वर स्वरूप व नवम सवारी में चन्द्रशेखर स्वरूप रथ पर विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
सशस्त्र पुलिस बल देंगे सलामी
भगवान की सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा। उसके पश्चात शाम 4 बजे भगवान चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी।

इन रास्तों से गुजरेगी सवारी
सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेंगी। जहां क्षिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।