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इंदौर : यूनानी चिकित्सक की लापरवाही से 6 माह के मासूम की आंख की रोशनी चली गई, सेवालय अस्पताल पर मामला दर्ज

हेमंत नागले, इंदौर। इंदौर के एक यूनानी चिकित्सक द्वारा डिलीवरी के दौरान बच्चे को खींचकर निकालते समय शिशु की आंख में चोट के बाद इंफेक्शन हो जाने से बच्चे की आंखों की रोशनी चली गई थी, घटना के बाद फरियादियों द्वारा इसकी शिकायत सीएमएचओ को की गई थी। जांच में यह सामने आया कि लापरवाही पूर्वक बच्चे की डिलीवरी की गई। जिसके बाद अस्पताल व डॉक्टर संचालक के खिलाफ पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है।

जानें पूरा मामला

अधिवक्ता अब्दुल हसीब काजी ने बताया कि घटना 2 नवंबर 2022 की है। जब थाना चन्दन क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद उमर की पत्नी मंजिला मंसूरी को लेबर पेन हुआ था। जिसके बाद उन्होंने पंढरीनाथ थाना क्षेत्र के पास वाले अस्पताल में मंजिला को तुरंत भर्ती कराया। लेकिन, उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि जिस अस्पताल में वह अपने घर के आने वाले बच्चे को भर्ती करा रहे हैं वह यूनानी डॉक्टर है या नहीं। मां को अधिक पेन होने के कारण डॉक्टर्स द्वारा हाथ डालकर अंदर से बच्चे को खींचा गया, जिसके बाद बच्चे की आंख में चोट आई और बच्चे की आंख में इंफेक्शन हो गया। लगातार डॉक्टरों से लापरवाही की बात कही गई, लेकिन डॉक्टर ने उनकी एक न सुनी।

पीड़ित परिवार को इंसाफी की उम्मीद!

पीड़ित परिवार द्वारा जिला स्वास्थ्य अधिकारी को इसकी शिकायत की गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा पूरे मामले में जांच करने के बाद सेवालय अस्पताल के संचालक विशाल डबकरा और डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर फरहाना के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। घटना के बाद बच्चे के आंख की रोशनी चली गई है और मासूम अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। परिवार द्वारा अब तक 6 वर्षीय मासूम के आंख के इलाज में 5 से 6 लाख लग चुके हैं। वहीं, इस एफआईआर दर्ज होने के बाद परिवार को यह यकीन है कि शायद उनके मासूम के साथ कुछ इंसाफ हो।

मासूम 6 माह का हो चुका है और परिवार चाह रहा है कि सिर्फ डॉक्टर उसे सही इलाज देकर उनके घर के आंख के तारे को बचा लें। क्योंकि, मासूम की आंख खराब हो चुकी है। परिवार द्वारा मासूम के डिलीवरी के समय 7 हजार खर्च कर दिए गए थे। वहीं, बच्चे के इलाज में अब तक 5 लाख खर्च हो चुके हैं। लेकिन, जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए सिर्फ एफआईआर दर्ज की गई है। परिजन अभी भी इंसाफ और मुआवजे के लिए भटक रहे हैं।

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