नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 98वीं जयंती है। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह पूर्व पीएम की समाधि ‘सदैव अटल’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई भाजपा नेता मौजूद थे। भारतीय जनता पार्टी इसे गुड गवर्नेंस डे (Good Governance Day) के रूप में मनाएगी।
पीएम ने वीडियो शेयर कर कहा- सच्चे राष्ट्रभक्त थे
इससे पहले पीएम मोदी ने एक वीडियो को ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “अटल जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। भारत के लिए उनका योगदान अमिट है। उनका नेतृत्व और दूरदृष्टि लाखों लोगों को प्रेरित करती है।”
Tributes to Atal Ji on his Jayanti. His contribution to India is indelible. His leadership and vision motivate millions of people. pic.twitter.com/tDYNKiGXxj
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2022
भाजपा मनाएगी गुड गवर्नेंस डे
भाजपा आज के दिन को गुड गवर्नेंस डे यानी सुशासन दिवस रूप में मनाएगी। देशभर में सभी बूथों पर अटल जयंती को व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री की कविताओं पर आधारित काव्यांजलि कार्यक्रम आयोजित होंगे।
सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अटल जयंती के मौके पर ‘संकल्प अटल, हर घर नल का जल’ अभियान के तहत राज्य के 98000 घरों को ‘नल कनेक्शन’ का तोहफा दिया। सीएम योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री को ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने लिखा, ‘मूल्यों व आदर्शों की राजनीति के साधक, प्रखर वक्ता, उत्कृष्ट कवि, पूर्व प्रधानमंत्री, ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! आपका ऋषितुल्य जीवन सभी राष्ट्र आराधकों के लिए प्रेरणा है। आप सभी को ‘सुशासन दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।’
तीन बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके अटल बिहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री होने के अलावा हिंदी कवि, पत्रकार और प्रखर वक्ता भी थे। वह जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे। अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 1952 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। उनके पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेयी था। अटल उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मूल निवासी थे। हालांकि उन्होंने अपनी शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से ली जिसे अब लक्ष्मीबाई कॉलेज के नाम से जाना जाता है।