
भोपाल। मंत्रालय में पदस्थ पीएस जेल मनीष रस्तोगी और सचिव ललित दाहिमा के बीच बुधवार को पीएस चैंबर में कहा सुनी की नौबत आ गई। पीएस ने सवाल किया किआ पको जेल विभाग में किसने पोस्ट कर दिया। जवाब में दाहिमा ने कहा-सरकार ने। इसके बाद चैंबर से निकल जाने तक बात पहुंच गई। दरअसल सुबह साढ़े दस बजे पीएस जेल मनीष रस्तोगी ने विभाग के सचिव और उप सचिव को बैठक के लिए बुलाया था। ललित दाहिमा चार मिनट लेट हो गए तो कहासुनी हो गई।
रस्तोगी और दाहिमा के बीच ऐसे बढ़ती गई बात
- रस्तोगी ने पूछा : लेट कैसे हो गए? – दाहिमा ने कहा : कल ही जॉइन किया है। उप सचिव से वाहन मिला, तब आया हूं, इसलिए लेट हो गया। एजेंडा की जानकारी नहीं हो सकी।
- रस्तोगी : यहां आपको किसने पोस्ट कर दिया और कैसे आए? – दाहिमा : सरकार ने पोस्टिंग की है, इसलिए यहां आया।
- रस्तोगी : आपने नोटशीट पर कैसे लिखा? मैंने कार्य विभाजन किया नहीं। – दाहिमा : नोटशीट सेक्शन से डीएस के पास पहुंची और डीएस से मेरे पास आई, इसलिए।
- रस्तोगी : जरूरत नहीं थी, निकल जाइए यहां से। जाइए यहां से। – दाहिमा : सर, आपने मीटिंग के लिए बुलाया था।
- रस्तोगी : आप नहीं जाते तो मैं चला जाता हूं। – दाहिमा : आप न जाएं, मैं चला जाता हूं। (5 मिनट तक चली गर्मागर्मी के बीच प्यून भी तेज आवाजें सुनकर चेंबर में आ गए)
कोर्ट की अवमानना से संबंधित था मामला
जानकारी के अनुसार कोर्ट की अवमानना का एक मामला था। इस मामले का निराकरण करने को लेकर सेक्शन की ओर से नोटशीट उप सचिव के पास पहुंची थी। डीएस ने अपनी टीप के साथ सचिव के लिए बढ़ा दी। इस दौरान ही प्रमुख सचिव ने नोटशीट को ओवररूल कर दिया।
कहासुनी के बाद मुख्य सचिव से मिलने मांगा समय
इस कहासुनी के बाद सचिव जेल ललित दाहिमा ने मुख्य सचिव से मुलाकात करने के लिए समय मांगा है। इस संबंध में दाहिमा ने मीडिया से कुछ भी कहने से इनकार किया। वहीं प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने कहा- कुछ नहीं हुआ।
पहले भी आईएएस को चैंबर से जाने का कह चुके
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहते रस्तोगी का गुस्सा वर्ष 2011 बैच की आईएएस नेहा मारव्या पर फूटा था। उन्होंने मारव्या को चैंबर से निकल जाने कहा था और बाद में उन्हें कई दिनों तक बिना काम के बैठना पड़ा था। इसके बाद पीएस रस्तोगी से संबंधित ये नया मामला सामने आया है। पूरा मामला सीएम हाउस भी पहुंच गया है।