रिश्वत व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को सोमवार की देर रात करीब एक बजे गिरफ्तार कर लिया गया। वे कई दिनों तक लापता रहने के बाद सोमवार सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर अचानक प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऑफिस पहुंच गए थे। देशमुख को आज स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। देशमुख को ED ने 5 बार पूछताछ के लिए समन किया था, लेकिन हर बार उनके वकील इंद्रपाल सिंह ही ED ऑफिस पहुंचे थे।
संतोषजनक जवाब नहीं देने पर हुई गिरफ्तारी
13 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने पाया कि देशमुख की तरफ से किसी भी सवाल पर संतोषजनक जवाब नहीं दिए गया। ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और अब कस्टडी के लिए उन्हें कोर्ट में पेश करने की तैयारी है। देशमुख हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी संरक्षण की कोशिशें करते रहे और महीनों तक गायब रहे। बीते हफ्ते बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा ईडी के समन को रद्द करने से इनकार करने के बाद उनके पास जांच एजेंसी के सामने पेश होने के अलावा कोई चारा नहीं बचा था।
Former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh arrested in connection with extortion and money laundering allegations against him: ED officials
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— ANI (@ANI) November 1, 2021
पेशी के बाद देशमुख ने वीडियो मैसेज जारी किया
ED के सामने पेश होने के बाद देशमुख के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट हुआ है। इसमें देशमुख ने कहा- जब-जब ED ने समन किया, मैंने उनका सहयोग किया है। मैंने पहले ही कहा था कि मेरी याचिकाएं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। इसके निपटारे के बाद मैं ED ऑफिस आऊंगा। दो बार CBI ने मेरे यहां रेड की, उसमें भी मैंने पूरा सहयोग किया।
Money Laundering Case : महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ED कार्यालय पहुंचे, चल रही पूछताछ
अभी भी सुप्रीम कोर्ट में मेरा फैसला आया नहीं है, लेकिन मैं खुद ही ED दफ्तर आया हूं। मेरे ऊपर परमबीर सिंह ने गलत आरोप लगाए थे। आज वही परमबीर सिंह विदेश भाग गए हैं, ऐसी खबर मीडिया के माध्यम से आ रही हैं। उन्हीं परमबीर सिंह के खिलाफ पुलिस विभाग में कई शिकायतें दर्ज हुई हैं।
परमबीर सिंह के आरोप के बाद शुरू हुई जांच
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने देशमुख पर मुंबई के जूनियर पुलिस अधिकारियों के जरिये पब, बार एवं रेस्टोरेंट से हर माह 100 करोड़ की वसूली का आदेश देने का आरोप लगाया था। इस मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंपी है। उसके बाद इस मामले में ईडी की एंट्री हुई। इस मामले में देशमुख के सहायक (पीए) कुंदन शिंदे और निजी सचिव (पीएस) संजीव पलांडे को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आशंका थी कि देशमुख को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
एक दिन पहले देशमुख का मिडलमैन अरेस्ट हुआ
CBI ने कुछ दिन पहले कुछ कॉन्फिडेंशियल डॉक्यूमेंट्स लीक मामले में अनिल देशमुख के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। 2 सितंबर को जांच एजेंसी ने देशमुख के वकील आनंद दागा और अपने ही सब-इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी को भी अरेस्ट किया था। वहीं अब इसी से जुड़े मामले में CBI ने रविवार को पहली गिरफ्तारी की थी। सेंट्रल एजेंसी ने ठाणे से संतोष शंकर जगताप नाम को पकड़ा है। फिलहाल वह चार दिन की कस्टडी में है। जगताप को अनिल देशमुख का मिडलमैन बताया जा रहा है।