ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

केंद्र की RCS से उज्जैन और नीमच सहित पांच जिलों में बनेंगे एयरपोर्ट

प्रदेश में हैं 8 एयरपोर्ट, भोपाल, इंदौर को कस्टम की इंटरनेशनल मान्यता

अशोक गौतम-भोपाल। प्रदेश में उज्जैन, सिंगरौली, नीमच, छिंदवाड़ा और मंडला जिले में इसी वर्ष एयरपोर्ट बनेगा। इन क्षेत्रों को धार्मिक, आर्थिक और पर्यटन महत्व को देखते हुए विकसित किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने इन जिलों को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) में शामिल किया है। यहां एयरपोर्ट बनाने के लिए भूमि आवंटन सहित अन्य औपचारिकताओं के संबंध में प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। वहीं सतना और दतिया एयरपोर्ट बनकर तैयार हैं, इन्हें प्रारंभ करने प्रधानमंत्री की हरी झंडी दिखाने का इंतजार है।

वर्तमान में भोपाल, इंदौर सहित 8 जिलों में एयरपोर्ट हैं। प्रदेश में अभी तक एक भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं हैं। भोपाल और इंदौर को इंटरनेशनल एयरपोर्ट की मान्यता कस्टम विभाग ने दी गई है। राज्य सरकार विमानन मंत्रालय से इंटरनेशनल एयरपोर्ट होने के लिए प्रयास कर रही है। इन दोनों एयरपोर्ट से कार्गो भी चल रहे हैं।

दतिया का एयरपोर्ट राज्य सरकार ने तैयार किया

प्रदेश में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, खजुराहो, सतना और दतिया में एयरपोर्ट है। इसमें दतिया एयरपोर्ट राज्य सरकार का है, लेकिन संचालन विमानन मंत्रालय को दिया है, इसके बदले में राज्य सरकार को प्रति वर्ष 3 करोड़ रुपए से अधिक राशि संचालन शुल्क के रूप में देना होगा। इससे होने वाली कमाई राज्य सरकार के हिस्से में आएगी।

सबसे ज्यादा कमाई सागर और गुना एयर स्ट्रिप से

प्रदेश के 6 एयर स्ट्रिप से सरकार कमाई कर रहा है। सबसे ज्यादा 36 लाख रुपए प्रति वर्ष सागर और गुना एयर स्ट्रिप से हो रहा है। सागर, गुना, नीमच, छिंदवाड़ा सिवनी, रतलाम एयर स्ट्रिप को सरकार ने एयर क्रॉफ्ट उड़ाने की ट्रेनिंग देने वाली संस्थाओं को दिया है। इनका वार्षिक भाड़ा 5 लाख रुपए से लेकर 36 लाख रुपए तक प्रति माह है।

यहां हैं व्यवसायिक हवाई पट्टियां : उज्जैन, सिंगरौली, सागर, नीमच, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, मंडला, खंडवा, रतलाम जिला ।

इन जिलों में आकांक्षी हवाई पट्टियां : बिरवा (बालाघाट), नर्मदापुरम (पचमढ़ी), गुना, खरगोन, मंदसौर, सिवनी, सीधी, पन्ना, झाबुआ, शहडोल और  उमरिया।

विशेष बातें

  • पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा में पर्यटन स्थलों तक हवाई संपर्क से जोड़ा जाएगा।
  • पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा में उज्जैन और ओंकारेश्वर तक हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। अब तक 12 से अधिक उड़ानें संचालित की गई हैं।
  • पीएम एयर एम्बुलेंस आपातकालीन चिकित्सा सेवा से अब तक 103 उड़ान संचलित हो चुकी हैं।

जमीन की तलाश : हवाई पट्टी बनाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इससे सभी जिलों को हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। वहीं सभी तहसीलों में हेलीपैड के लिए जिला प्रशासन से भूमि आरक्षित करने के लिए कहा गया है।

सभी जिलों को जमीन आरक्षित करने कहा गया

प्रदेश में एयरपोर्ट और हवाई पट्टी के विकास, अपग्रेड करने, कुछ जिलों में नए एयरपोर्ट तथा हवाई पट्टी बनाने पर काम शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में सभी जिलों को इसके लिए जमीन आरक्षित करने के लिए कहा गया है। -संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव, विमानन विभाग

संबंधित खबरें...

Back to top button