
नई दिल्ली। साइबर अटैक (Cyber Attack on AIIMS Server) के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMA) का सर्वर बुधवार को लगातार आठवें दिन भी ठप रहा। इससे ‘ऑनलाइन अपॉइंटमेंट’ सिस्टम बंद रहा। इधर, ओपीडी में आने वाले मरीज की संख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि होने से यहां लंबी लाइनें लग रही हैं।
बिलिंग काउंटर के बाहर लाइनें
अधिकारियों ने बताया कि मरीजों की भीड़ नियंत्रित करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया है। ओपीडी, वार्ड और लैब सहित अस्पताल की सभी सेवाओं को ऑफलाइन ही चलाया जा रहा है। ओपीडी के अलावा डायग्नोस्टिक सेंटर्स और बिलिंग काउंटरों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। अस्पताल के अधिकारियों के साथ ही अन्य एजेंसियां सर्वर बहाल करने के लिए लगी हैं।
अधिक डेटा होने से रिकवरी में देर
इससे पहले, मंगलवार को अधिकारियों ने बताया था कि एम्स के सर्वर पर ‘ई-अस्पताल डेटा’ बहाल कर लिया गया है। दिल्ली एम्स ने एक बयान में बताया कि – डेटा बहाली और सर्वर को ठीक करने का काम तेजी से जारी है। चूंकि डेटा काफी अधिक है और सर्वर काफी बड़ा है इसलिए इसमें समय लग रहा है। साइबर सुरक्षा के लिए उपाय किए जा रहे हैं। इमरजेंसी मामलों में वॉट्सऐप (Whatsapp) की मदद ली जा रही है, क्योंकि डॉक्टर रोगियों की जांच रिपोर्ट साझा करने के लिए इस ऐप का उपयोग कर रहे हैं। एक डॉक्टर ने कहा- अगर फिजिकली किया जाता है, तो मरीजों की बड़ी संख्या को देखते हुए घंटों लग जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसियों की सिफारिशों के अनुसार अस्पताल में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
मैनुअली डाला गया एंटी वायरस
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-in), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि रैंसमवेयर हमले की जांच कर रहे हैं। रैंसमवेयर हमले के कारण कंप्यूटर तक एक्सेस बंद हो जाती है। सूत्रों ने बताया कि करीब 2,400 कंप्यूटर में एंटीवायरस ‘मैन्युअल’ तरीके से डाला गया है।