
नई दिल्ली। देशभर में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। मंगलवार तक एक्टिव मामलों की संख्या 1200 तक पहुंच गई है, जबकि अब तक इस लहर में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों के साथ अब उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी संक्रमण के नए मामले सामने आने लगे हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी उत्तर प्रदेश और बिहार दौरे के मद्देनजर सुरक्षा और स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
देश में एक्टिव केसों की बात करें तो केरल में सबसे ज्यादा 430 मरीज हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 325 मरीज हैं, जिनमें से अकेले मुंबई में 316 मामले सामने आए हैं। कर्नाटक, गुजरात और बिहार में भी नए मामलों की पुष्टि हुई है। मंगलवार को महाराष्ट्र में 66, कर्नाटक में 36, गुजरात में 17, बिहार में 6 और हरियाणा में 3 नए केस दर्ज किए गए।
उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी दस्तक
अब तक कोरोना से काफी हद तक सुरक्षित रहे उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी संक्रमण ने दस्तक दे दी है। अरुणाचल प्रदेश में मंगलवार को दो महिलाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से एक महिला को हल्का बुखार और खांसी है, जबकि दूसरी पूरी तरह से एसिम्पटोमैटिक (बिना लक्षण वाली) है।
कुल मृतकों की संख्या हुई 12
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मंगलवार को 78 वर्षीय बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह यूपी में कोविड के नए वैरिएंट से पहली मौत मानी जा रही है। देशभर में अब तक कुल 12 मौतें हो चुकी हैं, जिनमें केरल और राजस्थान से 2-2, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से एक-एक मौत शामिल है।
राजस्थान और महाराष्ट्र में भी लगातार मौतें
राजस्थान की राजधानी जयपुर में 26 मई को दो कोरोना संक्रमितों की मौत हुई। इनमें एक व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर मृत पाया गया था, जिसकी रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव आई। दूसरा मामला एक 26 वर्षीय युवक का है, जो प्राइवेट अस्पताल में भर्ती था और पहले से टीबी से पीड़ित था। महाराष्ट्र के ठाणे में भी दो दिनों में दो मौतें हुईं, जिसमें एक महिला और एक 21 वर्षीय युवक शामिल है। युवक का 22 मई से इलाज चल रहा था और वह 25 मई को दम तोड़ बैठा।
बेंगलुरु में 84 साल के बुजुर्ग की मौत
17 मई को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक 84 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह मौत मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण हुई। बाद में 24 मई को उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
पटना AIIMS के डॉक्टर और नर्सें संक्रमित
बिहार की राजधानी पटना में अब तक आठ कोरोना मरीज मिल चुके हैं। शुरुआती दो मामलों के बाद मंगलवार को छह नए केस आए हैं। हैरानी की बात यह है कि इन सभी संक्रमितों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। नए मरीजों में पटना एम्स के एक डॉक्टर और दो नर्सें भी शामिल हैं, जिससे अस्पताल प्रशासन में चिंता बढ़ गई है।
PM मोदी के दौरे से पहले सख्ती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29-30 मई को उत्तर प्रदेश और बिहार के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान उनके सुरक्षा घेरे और सम्पर्क में आने वालों की कोविड जांच अनिवार्य कर दी गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि प्रधानमंत्री के 100 मीटर के दायरे में रहने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच की जाए।
पुलिसकर्मियों के सैंपल लिए गए
पटना दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में मंगलवार को पुलिस लाइन में 16 पुलिसकर्मियों के सैंपल लिए गए। हालांकि, इनकी रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है।
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