
भोपाल। आचार संहिता लगने के बाद मतदान की तारीख कब आ जाती है, यह राजनीतिक दलों के नेताओं को पता नहीं चल पाता, लेकिन सबसे ज्यादा इंतजार होता है- मतगणना का। चुनाव परिणाम जानने के लिए न केवल राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता, बल्कि हर मतदाता भी उत्सुक रहता है। पिछले चार चुनावों के मतदान और मतगणना की तारीख देखें, तो सबसे लंबा इंतजार इस चुनाव में करना होगा। इस बार वोटिंग के 16 दिन बाद परिणाम आएंगे। निर्वाचन आयोग की सांख्यिकी रिपोर्ट के मुताबिक, यह 20 साल में हुए चुनावों में सबसे लंबी इंतजार अवधि होगी। विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होने के बाद अब परिणाम के लिए एक-एक दिन काटना मुश्किल होगा। इस बीच, चुनावी पंडितों को जोड़-घटाना करने का पर्याप्त समय मिलेगा। इसके बावजूद एक पखवाड़े की प्रतीक्षा करनी होगी। चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन को भी ज्यादा जिम्मेदारी उठानी होगी।
इस तरह रहा मतगणना के इंतजार का सफर
वर्ष 2003 में 3 दिन
20 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में मतदान और मतगणना में मात्र 3 दिन का अंतर रहा। प्रदेश की 230 सीटों के लिए 1 दिसंबर को वोट डाले गए और 4 दिसंबर को रिजल्ट आया।
वर्ष 2008 में 11 दिन
प्रदेश में 15 साल पहले हुए इस चुनाव में 27 नवंबर को वोट डाले गए थे। जबकि मतगणना की तारीख 8 दिसंबर थी। इस तरह वोटिंग और काउंटिंग के बीच 11 दिन का अंतर था।
वर्ष 2013 में 13 दिन
10 साल पहले विधानसभा चुनाव में मतदान और मतगणना में 11 दिन का अंतर था। उस दौरान मतदान 25 नवंबर को हुआ था, जबकि परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किए गए थे।
वर्ष 2018 में 12 दिन
पिछली बार यानि 5 साल पहले हुए चुनाव में मतदान और मतगणना के बीच 12 दिन का अंतर था। उस वर्ष 28 नवंबर को मतदान होने के बाद 11 दिसंबर को मतगणना की गई थी।
ग्वालियर-चंबल सहित कई स्थानों पर हिंसा
- बसपा के जिला अध्यक्ष सतीश मंडेलिया की शिकायत पर ग्वालियर ग्रामीण में कांग्रेस प्रत्याशी साहब सिंह गुर्जर पर मारपीट आदि को लेकर तिघरा थाने में केस दर्ज किया गया है।
- ग्वालियर पूर्व में मतदान को लेकर भाजपा और कांग्रेस के समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
- इंदौर के महू में भाजपा कार्यकर्ता बीरबल ने कांग्रेस कार्यकर्ता दयाराम और तोलाराम पर तलवार से हमला किया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बीरबल को हिरासत में लिया है।
- मेहगांव में भाजपा प्रत्याशी राकेश शुक्ला पर फायरिंग और पथराव, एक युवक को गोली लगी।
- शुजालपुर में भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इंदर सिंह परमार के समर्थकों और कांग्रेस प्रत्याशी रामवीर सिंह सिकरवार के समर्थकों के बीच तीखी नोंकझोक।
- ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र के बादलपुरा गांव में भाजपा जिला महामंत्री अमित शर्मा पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया, जिसकी शिकायत की गई।
- इंदौर-4 विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। वीडियो में भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह भी मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
- देवास के कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने भाजपा पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज की है।
- भोपाल में मतदान केंद्र हिंद कॉन्वेंट स्कूल में विवाद का एक वीडियो सामने आया। यहां मंत्री विश्वास सारंग युवक पर हाथ उठाते हुए नजर आए।
- छिंदवाड़ा में बूथ का निरीक्षण करने पहुंचे सांसद नकुलनाथ को भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोक दिया। इस पर हंगामा भी हो गया।
2018 में सबसे ज्यादा वोटिंग वाले पांच जिले
छिंदवाड़ा 84.46
सीहोर 83.66
राजगढ़ 83.21
शाजापुर 83.14
रतलाम 82.91
सबसे कम वोटिंग वाले पांच जिले
आलीराजपुर 60.83
भिंड 61.50
ग्वालियर 64.66
भोपाल 66.20
रीवा 66.28